Corona Generation: महिला ने राहत केंद्र में बच्ची को दिया जन्म, पिता ने नाम रखा कोरोना
मां घाघरबूढ़ी के दरबार में महिला ने बच्ची को जन्म दिया है। यहां के लोगों ने उसका नाम देवी रखा है। बच्ची के पिता ने उसका नाम कोरोना रखा है।
जामताड़ा/ आसनसोल, जेएनएन। झारखंड के जामताड़ा के शीतलपुर गांव की खेतिहर महिला मजदूर ने आसनसोल के घाघरबूढ़ी मंदिर परिसर में बनाए गए गये राहत केंद्र में शुक्रवार को बच्ची को जन्म दिया। जन्म के साथ ही उसका नाम कोरोना रख दिया। फिलहाल जच्चा-बच्चा स्वस्थ हैं। आसनसोल एवं दुर्गापुर पुलिस ने यह राहत केंद्र बनाया था, जहां लोगों के ठहरने और भोजन का इंतजाम किया गया है। इसके बाद बच्ची समेत पूरे परिवार को आसनसोल जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है। उनके स्वाब के नमूने लेकर कोलकाता भेजा जाएगा ताकि कोरोना के संक्रमण की जांच की जाएगी।
जामताड़ा के शीतलपुर गांव से आए नंदलाल मुर्मू ने बताया कि मार्च में बद्र्धमान में खेतिहर काम करने के लिए सपरिवार आए थे। 15 दिन मजदूरी की थी कि लॉकडाउन हो गया। गर्भवती पत्नी सरिता सोरेन एवं नौ साल के बेटा के साथ पैदल जामताड़ा निकले। आसनसोल में पुलिस ने उन लोगों को रोक लिया गया था। पुलिस उन लोगों को राहत केंद्र लाकर रखा गया था। राहत केंद्र में उनकी पत्नी ने बच्ची को जन्म दिया। उन्होंने प्यार से अपनी बच्ची का नाम कोरोना रखा है। कालीपहाड़ी धर्मचक्र सेवा समिति के अध्यक्ष रूपेश साव ने कहा कि लॉकडाउन के बाद बेसहारा लोगों को राहत केंद्र में लाकर रखा जा रहा है। यह परिवार भी कई दिन पहले राहत केंद्र आ गया था। मां घाघरबूढ़ी के दरबार में महिला ने बच्ची को जन्म दिया है। यहां के लोगों ने उसका नाम देवी रखा है। बच्ची के पिता ने उसका नाम कोरोना रखा है।
दक्षिण थाना पुलिस ने महिला के परिवार को अस्पताल में भर्ती कराया है। सबकी जांच कराई जा रही है कि उनमें कोरोना का संक्रमण है या नहीं।
-डॉक्टर निखिल चंद्र दास, अधीक्षक, आसनसोल जिला अस्पताल