Cyber Crime के खिलाफ जामताड़ा पुलिस की बड़ी कार्रवाई, 11 अपराधी गिरफ्तार
जामताड़ा पुलिस ने छापेमारी में 27 मोबाइल 37 सिम कार्ड आठ एटीएम कार्ड दो चेक बुक आठ पासबुक एक आधार कार्ड एक लैपटाप व एक बाइक समेत बैंक में राशि जमा निकासी से संबंधित कागज बरामद की है। पता लगा रही है अपराधी अब तक कितनी रकम ठग चुके हैं।
संवाद सहयोगी, जामताड़ा। जामताड़ा साइबर थाना की पुलिस ने केवाईसी अपडेट करने के नाम पर बैंक खाताधारकों को ठगने वाले 11 साइबर ठगों को दो दिनों में दबोचा है। पूछताछ के बाद सबको न्यायिक हिरासत में मंगलवार को भेजा गया। इनमें से पांच का साइबर अपराध का पुराना इतिहास रहा है। डीएसपी मजरूल होदा, साइबर थाना प्रभारी हरेंद्र राय व उनकी टीम ने इन सभी को करमाटांड़ व नारायणपुऱ के विभिन्न गांवों से पकड़ा। पकड़े गए आरोपितों में नारायणपुर थाना क्षेत्र के लोकनिया गांव का सुबल दास, विजय दास, दीपक दास, पप्पू दास, करमाटांड़ थाना क्षेत्र के मट्टांड़ गांव का महेश्वर मंडल, पतरोडीह का शमीम अंसारी, परवेज अंसारी, मुश्ताक अंसारी, फिरदौस अंसारी, आफताब अंसारी व आलम अंसारी हैं।
आनलाइन ठगी की सूचना पर कार्रवाई
साइबर थाना में एसपी दीपक सिन्हा ने बताया कि गुप्त सूचना मिली कि नारायणपुर व करमाटांड़ में अपराधी आनलाइन ठगी कर रहे हैं। तब कई गांवों में छापेमारी की। सोमवार को पांच आरोपित पकड़े गए। उनसे मिले सुराग पर मंगलवार को अन्य छह आरोपित दबोचे गए। ये सभी अपने को बैंक पदाधिकारी बताकर केवाईसी अपडेट कराने के नाम पर खाताधारकों को बरगलाते हैं। फिर जरूरी जानकारी लेकर खाते से रकम उड़ा देते हैं। इनकी गिरफ्तारी में साइबर तकनीकी सेल का भी अहम योगदान रहा। सुबल दास, शमीम अंसारी, परवेज अंसारी, मुश्ताक अंसारी, फिरदौस अंसारी पर पहले भी मामले दर्ज हुए हैं।
यह सामग्री हुई बरामद
छापेमारी में 27 मोबाइल, 37 सिम कार्ड, आठ एटीएम कार्ड, दो चेक बुक, आठ पासबुक, एक आधार कार्ड, एक लैपटाप व एक बाइक समेत बैंक में राशि जमा निकासी से संबंधित कागज बरामद हु्रए हैं। पता लगा रहे कि कितनी रकम ये अब तक ठग चुके हैं। छापेमारी टीम में साइबर डीएसपी के अलावा साइबर थाना प्रभारी हरेंद्र कुमार राय, पुलिस निरीक्षक सुरेश प्रसाद, सहायक अवर निरीक्षक सुधीर कुमार मेहता, सागर दास, रवींद्र ठाकुर, चंदन मिश्रा, सरफराज खान, निर्मल दास, रंजीत दास, मधुसूदन गोराई, सुदामा शाह, अजय यादव, संजय कुमार देव, सोमनाथ दे, निरंजन दास, शांता व लीलामुनि हांसदा शामिल थे।