बरसात में जर्जर बिरसा पुल पर चलना हुआ खतरनाक, दुर्घटना को दे रहा आमंत्रण
चासनाला सुदामडीह मोहलबनी स्थित दामोदर नदी पर झरिया-धनबाद को बोकारो जिला से जोड़ने वाला बिरसा पुल जर्जर हो चुका है। प्रतिदिन सैकड़ों भारी वाहनों चार पहिया व दोपहिया वाहनों के चलने से पुल पर दबाव बढ़ गया है। बरसात में पुल की सड़कों पर दर्जनों गड्ढे हो गए हैं। काली परत उखड़ने के कारण लोहे के छड़ भी बाहर निकल आए हैं।
चासनाला : सुदामडीह मोहलबनी स्थित दामोदर नदी पर झरिया-धनबाद को बोकारो जिला से जोड़ने वाला बिरसा पुल जर्जर हो चुका है। प्रतिदिन सैकड़ों भारी वाहनों, चार पहिया व दोपहिया वाहनों के चलने से पुल पर दबाव बढ़ गया है। बरसात में पुल की सड़कों पर दर्जनों गड्ढे हो गए हैं। काली परत उखड़ने के कारण लोहे के छड़ भी बाहर निकल आए हैं। पुल के दोनों किनारों पर पानी निकासी को बनाए गए छिद्र बालू व मिट्टी जमाव के कारण बंद हो गए हैं। इससे बारिश में पुल पर कई जगह हमेशा जल का जमाव रहता है। पुल पर लाइट की व्यवस्था नहीं है। इससे शाम के बाद यहां अंधेरा छा जाता है। दोपहिया वाहन चालक व राहगीर दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं। पुल के दोनों तरफ की रेलिग भी जर्जर होकर टूट कर गिरने लगी है। अगर समय रहते पुल की मरम्मत की दिशा में जनप्रतिनिधियों व जिला प्रशासन ने ध्यान नही दिया तो यहां कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। तेलमच्चो पुल का विकल्प है बिरसा पुल :
धनबाद जिले को बोकारो सहित झारखंड व पश्चिम बंगाल से जोड़ने वाला तेलमच्चो पुल के क्षतिग्रस्त होने पर जिला प्रशासन ने बिरसा पुल को ही उसका विकल्प बनाया था। पूर्व में झरिया के तत्कालीन विधायक संजीव सिंह ने पुल के जर्जर होने पर सरकार व विभाग को पत्राचार कर अविलंब मरम्मत की मांग की थी। इसके बाद पुल की मरम्मत हुई थी। लेकिन स्थिति फिर जस की तस हो गई है। 1980 में एके राय ने किया था पुल का उद्घाटन :
वर्ष 1980 में बिहार सरकार के कार्यकाल के दौरान करीब 90 लाख रुपये की लागत से बिरसा पुल का निर्माण किया गया था। पुल का उद्घाटन राजनीति के संत तत्कालीन सांसद एके राय ने किया था। पुल के बनने से लोगों को बोकारो आने-जाने में काफी सुविधा हुई। धनबाद, झरिया व सिदरी को झारखंड के बोकारो, टाटा, जमशेदपुर, रांची, पश्चिम बंगाल के संथालडीह, आद्रा, रघुनाथपुर, बांकुड़ा, उड़ीसा, वेल्लोर व दक्षिण भारत के अन्य जिलों व राज्य को भी यह पुल जोड़ता है।