IRCTC: पटरी पर लौटते ही गोड्डा तक जाएगी रांची-भागलपुर एक्सप्रेस, जानिए रेलवे बोर्ड की गोड्डा सांसद से हुई बात
रांची भागलपुर वनांचल एक्सप्रेस का ठहराव अब गोड्डा में भी होगा। रेलवे ने पत्र के माध्यम से गोड्डा सांसद निशिकांत दूबे को ट्रेन के विस्तार को ग्रीन सिग्नल मिल जाने की सूचना दे दी है। जैसी ही निर्माण कार्य समाप्त होगा ट्रेन दौड़नी शुरू हो जाएगी।
जागरण संवाददाता, धनबाद: रांची से भागलपुर के बीच चलने वाली ट्रेन को गोड्डा तक जाने में अब ज्यादा वक्त नहीं लगेगा। रेलवे ने इसके संकेत दे दिए हैं। पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक ने इस मामले में गोड्डा सांसद को पत्र भेजकर बताया है कि रेलवे बोर्ड ने ट्रेन के विस्तार को ग्रीन सिग्नल दे दिया है। इसके साथ ही रेलवे ने साफ कर दिया है कि हंसडीहा से गोड्डा तक के बीच के सभी काम पूरे हो चुके हैं। अब बस गोड्डा से पीरपैंती के बीच कुछ काम शेष हैं जिन्हें जल्द पूरा कर लिया जाएगा। इसके पूरा होते ही हफ्ते में तीन दिन चलने वाली रांची-भागलपुर एक्सप्रेस गोड्डा तक चलेगी। इस ट्रेन को गोड्डा तक एक्सटेंशन के आदेश रेलवे बोर्ड ने पिछले सात अगस्त में ही जारी कर दिया था। कोरोना काल की वजह से एक्सटेंशन नहीं मिल सका। अब इसकी प्रक्रिया तेज हो गई है।
डेढ़ साल से ज्यादा समय से बंद है ट्रेन
रांची से भागलपुर जानेवाली वनांचल एक्सप्रेस पटरी पर लौट गई है। पर रांची से भागलपुर जानेवाली दूसरी ट्रेन डेढ़ साल से ज्यादा वक्त से बंद है। पिछले साल 22 मार्च से कोरोना काल शुरू होने के बाद से ही ट्रेन नहीं चली है। अब इस ट्रेन को रांची से भागलपुर के बजाय सीधे गोड्डा तक चलाने की तैयारी शुरू हो गई है।
पहले सहरसा तक चलाने की थी योजना, बन चुका था टाइम टेबल
रेलवे ने पहले इस ट्रेन को रांची से भागलपुर होकर सहरसा तक चलाने की योजना बनाई थी। इस ट्रेन को रांची से किउल, जमालपुर, मुंगेर होकर सहरसा और फिर भागलपुर तक चलाना था। इसके लिए टाइम टेबल भी तय कर लिया था। सहरसा होकर भागलपुर तक ट्रेन चलाने की योजना को रेलवे बोर्ड ने नामंजूर कर दिया। बाद में सी ट्रेन को गोड्डा तक चलाने की योजना बनी जिस पर मंजूरी की मुहर लग गई।
वर्जन
" रांची -भागलपुर एक्सप्रेस को गोड्डा तक जल्द चलाने संबंधी पत्र पूर्व रेलवे ने दिया है। कुछ और ट्रेनों की संभावना तलाशी जा रही है। गोड्डा में कोचिंग कांप्लेक्स भी तैयार हो रहा है। इसके बन जाने से कुछ और ट्रेनें मिल सकती हैं।"
डाॅ. निशिकांत दुबे, सांसद गोड्डा