वाणिज्य संकाय में पांच पायदान नीचे लुढ़का धनबाद

धनबाद झारखंड में कोरोना संक्रमण के बीच अच्छी खबर आई है। इंटरमीडिएट का रिजल्ट शुक्रवार को शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने जारी कर दिया। इसमें तीनों संकायों (विज्ञान कला और वाणिज्य) में छात्र-छात्राओं ने बेहतर प्रदर्शन किया है। विज्ञान में जेएलएसएम डीएवी कालेज भागा के छात्र मो. असफाक अंसारी 457 अंक लाकर जिला टापर बने हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 30 Jul 2021 11:44 PM (IST) Updated:Fri, 30 Jul 2021 11:44 PM (IST)
वाणिज्य संकाय में पांच पायदान नीचे लुढ़का धनबाद
वाणिज्य संकाय में पांच पायदान नीचे लुढ़का धनबाद

जागरण संवाददाता, धनबाद : झारखंड में कोरोना संक्रमण के बीच अच्छी खबर आई है। इंटरमीडिएट का रिजल्ट शुक्रवार को शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने जारी कर दिया। इसमें तीनों संकायों (विज्ञान, कला और वाणिज्य) में छात्र-छात्राओं ने बेहतर प्रदर्शन किया है। विज्ञान में जेएलएसएम डीएवी कालेज भागा के छात्र मो. असफाक अंसारी 457 अंक लाकर जिला टापर बने हैं। वहीं कला में राजकीयकृत प्लस टू हाईस्कूल गोविदपुर की छात्रा यशमीन नाज 437 अंक लाकर पहला स्थान प्राप्त किया है। वाणिज्य संकाय की बात करें तो डीएवी प्लस टू हाईस्कूल कतरासगढ़ के अंकित ठाकुर 462 अंकों के साथ जिला टापर बने हैं। कला और वाणिज्य में छात्रों से बेहतर छात्राओं का रिजल्ट रहा है। लड़कियों ने तीनों स्ट्रीम में लड़कों से बाजी मारी है। झारखंड एकेडमिक काउंसिल की ओर से जारी 12वीं रिजल्ट में धनबाद के विद्यार्थी राज्य के टाप-10 में जगह नहीं बना पाए, लेकिन ओवरआल प्रदर्शन बेहतर रहा। जिले में 12वीं की परीक्षा में 24100 छात्र-छात्राएं शामिल हुए थे।

तीनों संकाय में छात्र-छात्राओं की सफलता के प्रतिशत के आधार पर इस साल धनबाद पूरे राज्य में वाणिज्य में 91.19 फीसद के साथ 10वें स्थान पर रहा है। वहीं विज्ञान में 87.22 फीसद के साथ आठवें पायदान पर रहा। कला में 90.74 फीसद के साथ धनबाद जिला 16 स्थान पर रहा है। पिछले वर्ष की तुलना में धनबाद जिला वाणिज्य संकाय में पांच पायदान नीचे लुढ़क गया है। पिछले वर्ष वाणिज्य में धनबाद 5वें स्थान पर था। वहीं विज्ञान और कला संकाय में पिछले वर्ष भी जिले का यही स्थान रहा था। इस बार 12वीं के रिजल्ट में सबसे खास बात रही कि ग्रामीण क्षेत्र के छात्र-छात्राओं ने शहरी क्षेत्र के छात्रों को काफी पीछे छोड़ दिया। जिले के शीर्ष छात्र-छात्राओं की सूची में करीब 75 फीसद छात्र-छात्राएं ग्रामीण परिवेश के है। जिन्होंने शानदार प्रदर्शन किया।

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