Indian Railways: नो टेंशन...अब खत्म नहीं होगी रेलवे पास की पुरानी व्यवस्था, रेलवे ने फिर दिया एक्सटेंशन
रेलवे कर्मचारियों को मिलने वाले पास-पीटीओ की सुविधा अभी पहले की तरह आफलाइन जारी रहेगी। रेलवे ने पहले जहां 30 जून तक पुरानी व्यवस्था कायम रखने का आदेश जारी किया था। अब इसे एक महीने के लिए फिर एक्सटेंशन दे दिया गया है।
जागरण संवाददाता, धनबाद : रेलवे कर्मचारियों को मिलने वाले पास-पीटीओ की सुविधा अभी पहले की तरह आफलाइन जारी रहेगी। रेलवे ने पहले जहां 30 जून तक पुरानी व्यवस्था कायम रखने का आदेश जारी किया था। अब इसे एक महीने के लिए फिर एक्सटेंशन दे दिया गया है। रेलवे में काम करने वाले कर्मचारी अब मैनुअल पास-पीटीओ की सुविधा 31 जुलाई तक ले सकेंगे। अभी कुछ देर पहले ही रेलवे बोर्ड ने इससे जुड़ा आदेश जारी कर दिया। रेलवे बोर्ड के डिप्टी डायरेक्टर पे कमीशन-सप्तम एचआरएमएस जया कुमार जी ने सभी जोन और उत्पादन इकाईयों को पत्र जारी कर दिया।
रेलवे ने पिछले साल अक्टूबर से ही एचआरएमएस यानी ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट सिस्टम की शुरुआत की थी। इसका उद्देश्य कर्मचारियों को घर बैठे पास की सुविधा उपलब्ध करना था। एचआरएमएस से उन्हें मोबाइल पर ही पास मिल जाता और आराम से तय स्थान तक सफर कर सकते हैं। काउंटर से बुक होने वाले टिकट के साथ-साथ बगैर किसी अतिरिक्त शुल्क के ई-टिकट बुकिंग की भी सुविधा कर्मचारियों को दी गई है। पर रेलवे में कर्मचारियों की बड़ी फौज है। अकेले धनबाद रेल मंडल में तकरीबन 24 हजार कर्मचारी हैं। पूरे भारतीय रेल में इनकी संख्या 12 से 13 लाख के आसपास है। कभी कर्मचारियों से जुड़ी सूचनाएं गलत होने के कारण तो कभी सबकुछ हो जाने के बाद भी नेटवर्क समस्या आड़े आ जाने से आनलाइन पास की सुविधा सभी कर्मचारियों को नहीं मिल सकी है। इसके मद्देनजर ही रेलवे हर बार सीमित समय के लिए मैनुअल पास की सुविधा को विस्तार दे रही है। सभी कर्मचारियों के डेटा अपडेट होते ही पुरानी व्यवस्था बंद कर केवल आनलाइन पास की सुविधा ही बहाल रहेगी। रेलवे में काम करने वाले कर्मचारियों के साथ-साथ सेवानिवृत्त हो चुके कर्मचारी भी अभी आफलाइन पास की सुविधा ही ले सकेंगे।