Indian Railways News: 4600 ग्रेड पे वाले इंजीनियरों को 4800 ग्रेड पे, चार वर्ष नियमित सेवा देनेवाले एसएसई को मिलेगा अपग्रेडेशन
ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष डीके पांडेय ने कहा है कि सीनियर सेक्शन इंजीनियर के तौर पर काम करने वाले कर्मचारियों के ग्रेड पे में बढ़ोतरी को रेलवे ने स्वीकृति दे दी है। रेलवे बोर्ड के सीईओ कम चेयरमैन ने इसे मंजूरी दिए जाने की बात कही है।
जागरण संवाददाता, धनबाद। रेलवे के 4600 ग्रेड पे वाले सीनियर सेक्शन इंजीनियर को 4800 ग्रेड पे का लाभ मिलेगा। साथ ही चार वर्षों तक नियमित सेवा के बाद 4800 ग्रेड पे वाले इंजीनियर को 5400 ग्रेड पे में अपग्रेडेशन का भी लाभ मिलेगा। यह जानकारी ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष डीके पांडेय ने दी। वह यूनियन की धनबाद शाखा परिषद की बैठक में पहुंचे थे। धनबाद के हिल कालोनी कार्यालय में आयोजित बैठक में पांडेय ने कहा कि सीनियर सेक्शन इंजीनियर के तौर पर काम करने वाले कर्मचारियों के ग्रेड पे में बढ़ोतरी को रेलवे ने स्वीकृति दे दी है।
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने यूनियन को दी जानकारी
ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष पांडेय ने कर्मचारियों को बताया कि आल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन की कार्यकारिणी कमेटी की बैठक के दौरान रेलवे बोर्ड के सीईओ कम चेयरमैन ने इसे मंजूरी दिए जाने की बात कही है। इससे रेलकर्मियों को फायदा होगा। इसकी मांग लंबे समय से की जा रही थी।
बैठक में उपस्थिति
बैठक के दौरान कर्मचारियों से जुड़ी अन्य समस्याओं पर विस्तृत चर्चा हुई। मौके पर एनके खवास, जियाउद्दीन, टीके साहू, एके दा, डी चौबे, आरके सिंह, सोमेन दत्ता, एसके महतो, एस चटर्जी, सुबोध सिंह, तपन विश्वास, सुप्रतीभ चक्रवर्ती, प्रदीप्तो सिन्हा, विश्वजीत मुखर्जी व अन्य शामिल थे।
रेलवे ने आफलाइन पास की बढ़ाई समय-सीमा
रेलवे कर्मचारियों को मिलने वाले पास-पीटीओ की आफलाइन व्यवस्था 31 जुलाई तक तय थी। यानी अगले 24 घंटे बाद आफलाइन पास मिलने की मियाद खत्म होनेवाली थी। कर्मचारी इसे लेकर फिक्रमंद थे कि अब शायद सिर्फ आनलाइन पास ही मिलेंगे। पर रेलवे ने एक बार फिर एक महीने की मोहलत दी है। अब 31 अगस्त तक आफ लाइन पास-पीटीओ जारी हो सकेंगे। 30 जुलाई को रेलवे बोर्ड की डिप्टी डायरेक्टर पे कमीशन-सप्तम एवं एचआरएमएस जया कुमार जी ने सभी जोन को इससे जुड़ा आदेश जारी कर दिया। रेलवे में सेवारत कर्मचारियों को जारी होने वाले आफलाइन पास को लेकर यह शर्त रखी गई है कि आफलाइन पास सिर्फ अपवाद के तौर पर ही जारी होंगे।