कोरोना संक्रमण में चिकित्सालयों में बढ़ी धोखाधड़ी : हिदू जन जागृति
धनबाद जोड़ाफाटक स्थित कब्रिस्तान में शवों को दफनाने का विरोध स्थानीय निवासियों ने किया है। खासकर कोरोना पीड़ित मृत व्यक्तियों को यहां दफनाने से आसपास के लोगों को आपत्ति है। इस मामले को लेकर जोड़ाफाटक कब्रिस्तान रोड के लोगों ने उपायुक्त धनबाद को आवेदन देकर अपनी व्यथा बताई है।
जागरण संवाददाता, बइस मामले को लेकर समिति की ओर से ऑनलाइन परिसंवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें देश भर से लोग जुड़े और अपनी राय दी। समिति के धनबाद समन्वयक अमरजीत प्रसाद ने बताया कि सरकार की ओर से निर्धारित की गई रोगी सेवा का दर, आवश्यक औषधि, वैकल्पिक औषधियां, अधिकार, वर्तमान कानून आदि की जानकारी नहीं होने के कारण लोग इस धोखाधड़ी के शिकार हो रहे हैं। लूटने वालों का राज्य चल रहा है। प्रसाद ने बताया कि परिसंवाद में शामिल आरोग्य साहाय्य समिति के मुंबई के समन्यवक डॉ. उदय धुरी ने बताया कि समाज व्यवस्था उत्तम रखना, यह प्रशासन का कर्तव्य है, लेकिन प्रशासन और समाज व्यवस्था भ्रष्ट होने के कारण, हमें उसके विरोध में आवाज उठाना पड़ रहा है। इस समय देश के विविध राज्यों के कुछ रोगी तथा रोगियों के रिश्तेदारों ने उनके साथ किस प्रकार धोखाधड़ी की गई, इसका अनुभव भी बताया। कुछ रोगियों को समय से उपचार नहीं मिलने के कारण उनकी मृत्यु हुई। डॉ. धुरी ने कहा कि निजी चिकित्सालयों में व्यापक पैमाने पर लूट की जा रही है। ऐसे लोगों के खिलाफ जनता को मुखर होकर सामने आना होगा। जहां भी धोखाधड़ी और लूट हो रही है, उनके खिलाफ थाना, उपायुक्त, नगर आयुक्त के पास शिकायत दर्ज जरुर कराएं, तभी इसे रोका जा सकता है।