गंभीर रोगियों की संख्या में वृद्धि, रेमडेसिविर की बढ़ी खपत

जिले में लगातार कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। इससे जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग सकते में है। गंभीर मरीजों के लिए रामबाण कहे जाने वाले रेमडेसिविर इंजेक्शन का खपत काफी तेजी से एसएनएमएमसीएच और सेंट्रल अस्पताल में हो रही है। वहीं इस इंजेक्शन का स्टॉक भी जिले में मात्र 15 दिनों तक का ही रह गया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 14 Apr 2021 11:08 PM (IST) Updated:Wed, 14 Apr 2021 11:08 PM (IST)
गंभीर रोगियों की संख्या में वृद्धि, रेमडेसिविर की बढ़ी खपत
गंभीर रोगियों की संख्या में वृद्धि, रेमडेसिविर की बढ़ी खपत

जागरण संवाददाता, धनबाद : जिले में लगातार कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। इससे जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग सकते में है। गंभीर मरीजों के लिए रामबाण कहे जाने वाले रेमडेसिविर इंजेक्शन का खपत काफी तेजी से एसएनएमएमसीएच और सेंट्रल अस्पताल में हो रही है। वहीं इस इंजेक्शन का स्टॉक भी जिले में मात्र 15 दिनों तक का ही रह गया है। स्वास्थ्य विभाग ने मुख्यालय रांची से अतिरिक्त इंजेक्शन की मांग की है। इसके साथ ही दवा के लिए स्थानीय स्तर पर भी जिला प्रशासन की ओर से टेंडर निकाला गया है। प्रिंट 4600 रुपये, सरकार खरीद रही है 2800 रुपये में

संक्रमण बढ़ते ही इंजेक्शन की मांग काफी बढ़ गई है। फिलहाल राज्य सरकार संबंधित दवा कंपनी से रेमडेसिविर खरीद कर सभी जिलों को मुहैया करा रही है। इंजेक्शन के एक वायल की कीमत 4600 रुपये अंकित है, जबकि सरकार को दवा कंपनी 2800 रुपये में उपलब्ध करवा रही है। धनबाद के लोकल दवा दुकानों में रेमडेसिविर इंजेक्शन नहीं है। कुछ लोग इसे कालाबाजारी पर काफी ऊंची कीमत पर खरीद रहे हैं। इंजेक्शन दिल्ली, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश से मंगाए जा रहे हैं। मेडिकल सूत्रों की मानें तो कालाबाजारी के चलते जरूरतमंद इस इंजेक्शन को 20 हजार रुपये तक में खरीद रहे हैं। हालांकि इसकी निगरानी करने वाले ड्रग कार्यालय अभी इस पर कुछ विशेष नहीं कर पाया है। वर्जन

धनबाद में फिलहाल पर्याप्त मात्रा में रेमडेसिविर इंजेक्शन है। हालांकि इसकी मांग काफी बढ़ गई है। इसे देखते हुए और दवा मंगाई जा रही है, गंभीर मरीजों पर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य का विशेष ध्यान है।

डॉ राजकुमार सिंह, जिला महामारी नियंत्रण पदाधिकारी, धनबाद

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