Dhanbad: औचक निरीक्षण में टुंडी पहुंचे सिविल सर्जन; रोगी से बेपरवाह बर्थ डे मनाने में व्यस्त थे चिकित्सक
बुधवार की रात सिविल सर्जन डॉ श्याम किशोर कांत और जिला टीकाकरण पदाधिकारी डॉ विकास राणा औचक निरीक्षण पर टुंडी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य केंद्र में मात्र एक आयुष के चिकित्सक शिवाजी यादव मिले।
जागरण संवादाता, धनबाद: एक और सरकार ग्रामीण इलाकों में चिकित्सकीय सेवा बेहतर करने के लिए प्रयासरत है, तो दूसरी ओर डॉक्टर स्वास्थ्य केंद्र नहीं जाकर निजी कार्यक्रमों में व्यस्त रह रहे हैं। ऐसा ही मामला टुंडी भी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में देखने को मिला। बुधवार की रात सिविल सर्जन डॉ श्याम किशोर कांत और जिला टीकाकरण पदाधिकारी डॉ विकास राणा औचक निरीक्षण पर टुंडी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य केंद्र में मात्र एक आयुष के चिकित्सक शिवाजी यादव मिले। पूछने पर बताया कि डॉ मोहम्मद अलीम ड्यूटी पर नहीं है। इसके बाद सिविल सर्जन ने यहां मौजूद एक गर्भवती महिला से जानकारी ली। बताया गया कि यहां डॉक्टरों का कोई रोस्टर ड्यूटी का रजिस्टर भी नहीं है। इस सिविल सर्जन काफी नाराज हुए।
पहले बताया होटल में खाना खाने आया हूं, फिर बोला बर्थडे में हूं
सिविल सर्जन ने जब गायब डॉक्टर के बारे में जानकारी लेनी चाही तो अजीब वाकया हुआ। डॉक्टर ने बताया कि पहले वह एक होटल में खाना खाने आया है। इसके बाद सिविल सर्जन स्वास्थ्य केंद्र में बैठ कर इंतजार करने लगे। फिर डॉक्टर ने बता दिया कि वह बर्थडे कार्यक्रम में आए हैं। इस बार सिविल सर्जन काफी नाराज हुए। उन्होंने कहा कि सरकार वेतन किस काम का दे रही है। इस वक्त कोई मरीज केंद्र आता है, तो उसका इलाज कौन करेगा। डॉक्टर के पास कोई जवाब नहीं मिल रहा था।
गोविंदपुर का किया निरीक्षण
टुंडी के बाद सिविल सर्जन गोविंदपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया। यहां ड्यूटी पर एक चिकित्सक और कर्मचारी मिले। यहां पर भी सिविल सर्जन ने कई निर्देश चिकित्सक और कर्मियों को दिया। यहां पर उन्होंने डॉक्टरों के रोस्टर उपस्थित डॉक्टरों की संख्या देखी। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की लापरवाही या काम में चोरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
चिकित्सक और कर्मियों पर होगा स्पष्टीकरण
सिविल सर्जन ने बताया कि काम में अनियमितता बरतने वालों के लिए कोई जगह नहीं है। उन्होंने कहा है कि 8 चिकित्सक और कर्मियों को चिन्हित किया जा रहा है। इन सभी को स्पष्टीकरण किया जा रहा है। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर इन सभी पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी। इससे पहले केंदुआ में गायब रहने वाले चिकित्सक व कर्मियों पर स्पष्टीकरण किया गया था। सिविल सर्जन के लगातार निरीक्षण से गायब रहने वाले डॉक्टरों में हड़कंप है।