सिंदरी में कोरोना संक्रमण हुआ बेकाबू
संस सिदरी-तिसरा- धनसार सिदरी में कोरोना संक्रमण बेकाबू होता जा रहा है। बावजूद इसके
संस, सिदरी-तिसरा- धनसार :
सिदरी में कोरोना संक्रमण बेकाबू होता जा रहा है। बावजूद इसके लोग कोरोना की जांच नहीं करा रहे हैं। कोरोना के लक्षण होने के बाद भी संदिग्ध लोग इलाज के लिए घरों से नहीं निकल रहे हैं। अपने घरों में ही जैसे तैसे इलाज करा रहे हैं। इससे उनकी मौत भी हो रही है। एक पखवारा में सिदरी में घर में रहकर किसी तरह इलाज करा रहे एक दर्जन से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 50 से अधिक लोग संक्रमित हैं। मौत के शिकार हुए व संक्रमित लोग कोरोना जांच नहीं कराए थे। इनमें कई लोगों के घरों से निकलकर इलाज नहीं कराने की सबसे बड़ी वजह धनबाद में सरकारी व निजी अस्पतालों में बेड का खाली नहीं होना लोगों ने बताया। डॉक्टर भी बेड नहीं होने की बात कह मरीजों को दूसरे अस्पताल में ले जाने की बात कहते हैं। अस्पताल का चक्कर लगाते-लगाते गाड़ी में ही संक्रमितों की मौत हो जाती है।
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इलाज के दौरान घरों में हो गई इनकी मौत
शहरपुरा के राजू की पत्नी कोरोना से संक्रमित थी। घर में ही चिकित्सक की सलाह पर इलाज चल रहा था। रविवार की सुबह घर में ही उनकी मौत हो गई। राजू सहित पांच सदस्य भी अस्वस्थ चल रहे हैं। इनका घर में ही इलाज चल रहा है। गौशाला के परिवहन व्यवसायी के अनुज विजय की मौत रविवार की शाम को घर में हो गई। उनका इलाज भी घर में ही चल रहा था। रांगामाटी के 58 वर्षीय किशोर की भी अचानक मौत हो गई। पिछले कुछ दिनों से वे बीमार थे। घर में ही इलाज चल रहा था। रांगामाटी के है एक व्यवसायी लखन की मौत इलाज के दौरान घर में ही हो गई। सभी लोगों ने अपने-अपने स्तर पर उचित इलाज के लिए धनबाद के लगभग सभी अस्पतालों के चक्कर लगाए थे।
वीएसएस इंप्लाइज एसोसिएशन के अध्यक्ष सेवा सिंह भी कोरोना से बीमार हैं। चार दिन पूर्व अशर्फी अस्पताल में कोरोना जांच कराई। रिपोर्ट पॉजिटिव आई। अस्पताल प्रबंधन ने बेड नहीं होने की बात कह दूसरी जगह ले जाने की सलाह दी। स्वजन उन्हें सिदरी वापस ले आए। दो दिन के बाद उनका आक्सीजन लेबल गिर गया। परिवार के लोग एसएनएमएमसीएच धनबाद ले गए। उच्च स्तरीय पैरवी लगी तो किसी तरह भर्ती हो सके और आक्सीजन युक्त बेड मिला। फिलहाल उनकी स्थिति स्थिर है।