रोहिणी नक्षत्र में बलियापुर के ग्रामीणों ने खेतों में डाले बीज

संस बलियापुर रोहिणी नक्षत्र के अवसर पर शुक्रवार को बलियापुर क्षेत्र के किसानों ने पारंप

By JagranEdited By: Publish:Fri, 28 May 2021 07:44 PM (IST) Updated:Fri, 28 May 2021 07:44 PM (IST)
रोहिणी नक्षत्र में बलियापुर के ग्रामीणों ने खेतों में डाले बीज
रोहिणी नक्षत्र में बलियापुर के ग्रामीणों ने खेतों में डाले बीज

संस, बलियापुर : रोहिणी नक्षत्र के अवसर पर शुक्रवार को बलियापुर क्षेत्र के किसानों ने पारंपरिक व विधि-विधान से पूजा-पाठ कर अपने-अपने खेतों में धान के बीज डाले। रोहिणी नक्षत्र के दौरान खेतों में पूजा-अर्चना और बीज डालने को लेकर ग्रामीण व किसान बहुल बलियापुर में आज काफी चहल-पहल देखी गई। रखितपुर गांव में किसान उपेंद्र महतो पुत्रों के साथ सुबह बीज व हल लेकर अपने खेत पहुंचे। पूजा-अर्चना के बाद बीज रोपण किया। इसी तरह अन्य कई किसानों ने भी अपने-अपने खेतों में पूजा कर बीज रोपे। बलियापुर के ग्रामीण और किसान बहुल क्षेत्र की आबादी डेढ़ लाख से अधिक है। यहां की 80 प्रतिशत आबादी खेतों पर निर्भर है। यहां के 23 पंचायतों के 69 गांवों में खेती का कार्य होता है। किसान उपेंद्र ने कहा कि इस वर्ष बारिश ठीक हुई है। रोहिणी नक्षत्र में बीज रोपने के बाद खेती के अन्य कार्य भी शुरू कर दिए हैं। इस वर्ष धान की अच्छी फसल होने की संभावना है। अगर ऐसा हुआ तो बलियापुर के किसान खुशहाल होंगे

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घरों को गोबर से लीप कर ग्रामीणों ने किया सुरक्षित

ग्रामीण परंपरा के अनुसार रोहिणी नक्षत्र में घरों व आंगन को ग्रामीण महिलाएं गाय के गोबर से अच्छी तरह से लीपती हैं। घर के चारों ओर गोबर का घेरा बनाया जाता है। ग्रामीणों ने बताया कि हमारे पूर्वज भी ऐसा ही करते थे। आज के दिन गोबर से घरों को लीपने और घर के बाहर गोबर का घेरा बनाने से विषैले जीव-जंतु घर के अंदर प्रवेश नहीं करते। साल भर परिवार के लोग सुरक्षित रहते हैं।

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अपने-अपने खेतों में ग्रामीणों ने की विधि-विधान से पूजा-अर्चना

रोहिणी नक्षत्र के अवसर पर खेतों में धान के बीज रोपण के दौरान किसानों ने विधि-विधान से ग्राम देवता और खेती के उपयोग में आनेवाले हल और अन्य उपकरणों की पूजा की।खेतों में परंपरा के अनुसार किसानों ने ग्राम देवता से अच्छी फसल देने की प्रार्थना की। खेतों में घंटों पूजा और बीजरोपण के बाद किसान खुशी-खुशी अपने घर लौटे। महिलाओं ने बीज रोपण के बाद घर लौटे पुरूष सदस्यों का शर्बत, पानी से स्वागत किया।

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