Dhanbad: बेलगढिया में अस्पताल और स्कूल भवन का निर्माण अधर में, जमीन वापस करने की मांग को लेकर दे रहे हैं धरना
झरिया पुनर्वास योजना के तहत केंद्र सरकार के निर्देश पर जेआरडीए ने अग्नि व भू धंसान प्रभावित झरिया क्षेत्र से डेढ़ दशक में लगभग 20 हजार लोगों को बेलगढिया कालोनी में बसाया है। झरिया से लगभग एक लाख लोगों को यहां बसाया जाना है।
गोविन्द नाथ शर्मा, झरिया: झरिया पुनर्वास योजना के तहत केंद्र सरकार के निर्देश पर जेआरडीए ने अग्नि व भू धंसान प्रभावित झरिया क्षेत्र से डेढ़ दशक में लगभग 20 हजार लोगों को बेलगढिया कालोनी में बसाया है। झरिया से लगभग एक लाख लोगों को यहां बसाया जाना है। अब जेआरडीए प्रबंधन की ओर से यहां मौलिक सुविधा के लिए अस्पताल प्राथमिक, और उच्च विद्यालय भवन बनाने का काम किया जा रहा है।
लेकिन गोलमारा के रैयत इसका तीव्र विरोध कर चार दिनों से धरना दे रहे रहे हैं। रैयतोंं का कहना है कि बीसीसीएल की ओर से तीन दशक पूर्व रैयतों की सैकड़ों एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया गया था। उस समय बीसीसीएल में रैयतों को मुआवजा और नियोजन देने की बात कही थी। लेकिन अधिकांश रैयतों को अब तक नियोजन नहीं मिला है। जमीन वापस करने की मांग को लेकर यहां रैयतों का धरना आंदोलन जारी है। इससे बेलगढिया में अस्पताल और स्कूल भवन बनाने के काम में ग्रहण लग गया है।
क्या कहते हैं गोलमारा के रैयत
गोलमारा गांव के रैयत अतुल सिंह, युद्धेश्वर सिंह, जीत लाल सिंह, सुभाष सिंह चौधरी आदि का कहना है कि बीसीसीएल प्रबंधन ने रैयतों के साथ छल चल कर रहा है। अपने वादे को पूरा नहीं कर रहा है। इसलिए आंदोलन को बाध्य हैं । जब तक जमीन नहीं मिलेगी। नियोजन नहीं मिलेगा। धरना आंदोलन जारी रहेगा। बीसीसीएल प्रबंधन से रैयत अपनी जमीन वापस करने की मांग पर अड़े हैं।
सांसद और झामुमो जिला अध्यक्ष ने रैयतों का किया समर्थन
बेलगढ़िया मौजा में बीसीसीएल की ओर से अधिग्रहित जमीन को वापस करने की मांग को लेकर गोलमारा के रैयतों के धरना आन्दोलन के तीसरे दिन मौके पर धनबाद के सांसद पीएन सिंह और धनबाद जिला झामुमो के अध्यक्ष रमेश टुड़ू पहुंचे। दोनों ने रैयतों के आंदोलन का समर्थन किया। कहा कि बीसीसीएल प्रबंधन को अपने वादे पर खरा उतरना चाहिए। जबरन यहां काम कराए जाने से शांति व विधि व्यवस्था भंग हो सकती है।
सांसद ने समस्या के समाधान की पहल की, बीसीसीएल के अधिकारी नहीं हुए गंभीर
रैयतों की समस्याओं के समाधान के लिए सांसद सांसद पीएन सिंह ने बीसीसीएल के कार्मिक निदेशक और उपायुक्त से फोन पर बात की। डी पी ने सांसद को रैयतों के प्रतिनिधिमंडल से वार्ता करने का आश्वासन दिया। प्रतिनिधिमंडल जब बीसीसीएल के वरीय अधिकारी से वार्ता करने कोयला भवन में सोमवार की शाम गए तो वार्ता बेनतीजा रही। इससे रैयत आक्रोशित हो गए। रैयतों ने अपनी मांगों को लेकर आंदोलन को और तेज करने की घोषणा की है।