अमीन को रजत ने रिश्वत नहीं दी तो अमीन ने रैयत जमीन को बना दिया सरकारी

झरिया अंचल कार्यालय के सरकारी अमीन कृष्णा को जोड़ा पोखर बस्ती निवासी रजत राजेश ने रिश्वत में ₹100000 नहीं दिया तो उसने जयति जमीन को गैरमजरूआ जमीन बता दिया इतना ही नहीं उक्त जमीन पर अमीन ने झरिया अंचल के अधिकारियों व कर्मियों की मदद से सरकारी बता दिया।

By Atul SinghEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 05:42 PM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 05:42 PM (IST)
अमीन को रजत ने रिश्वत नहीं दी तो अमीन ने रैयत जमीन को बना दिया सरकारी
रैयत की जमीन को सरकारी जमीन में बदल दिया।

जासं, झरिया : झरिया अंचल कार्यालय के सरकारी अमीन कृष्णा को जोड़ापोखर बस्ती निवासी रैयत राजेन ने रिश्वत में एक लाख रुपये नहीं दिया तो उसने रैयती जमीन को गैरमजरूआ सरकारी जमीन बता दिया। इतना ही नहीं उक्त जमीन पर अमीन ने झरिया अंचल के अधिकारियों व कर्मियों की मदद से सरकारी जमीन होने का बोर्ड भी लगा दिया। मामले की शिकायत जोड़ापोखर बस्ती निवासी रैयत राजेन महतो ने धनबाद के उपायुक्त से सितंबर माह में की। झरिया अंचल कार्यालय के अधिकारियों, कर्मियों और अमीन पर भ्रष्टाचार में लिप्त होकर मनमानी करने का आरोप लगाया। उपायुक्त के पास मामला पहुंचने पर उन्होंने धनबाद के अमीन इंद्रजीत व अन्य से जमीन की छानबीन कराने का निर्देश एडीएम को दिया। धनबाद के अमीन अपने सहयोगियों के साथ सोमवार को जमीन की जांच के लिए जोड़ापोखर बस्ती पहुंचे। जांच में झरिया के अमीन की पोल खोलते हुए इसे रैयती जमीन बताया।

राजेन ने कहा कि अगर उपायुक्त हस्तक्षेप नहीं करते तो अमीन रैयत जमीन का घोटाला कर देता। जांच में पता चला कि जोड़ापोखर मौजा 110 में लगभग 40 डिसमिल जमीन स्व रैयत हराधन महतो के नाम से खतियान मे दर्ज है। राजेन उनका पुत्र है। राजेन ने झरिया अंचल कार्यालय के अमीन कृष्णा व अन्य दोषियों पर कार्रवाई की मांग प्रशासन से की है ।

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