गोविदपुर, कतरास, बरोरा व ब्लाक दो में उत्पादन पर असर

जागरण टीम कतरास लगातार हो रहे बारिश से बीसीसीएल के ब्लाक दो व एरिया वन से लेकर सिजु

By JagranEdited By: Publish:Fri, 30 Jul 2021 08:22 PM (IST) Updated:Fri, 30 Jul 2021 08:22 PM (IST)
गोविदपुर, कतरास, बरोरा व ब्लाक दो में उत्पादन पर असर
गोविदपुर, कतरास, बरोरा व ब्लाक दो में उत्पादन पर असर

जागरण टीम, कतरास: लगातार हो रहे बारिश से बीसीसीएल के ब्लाक दो व एरिया वन से लेकर सिजुआ क्षेत्र पांच तक की परियोजनाओं में कोयले के उत्पादन और ओबी हटाने के कार्य पर असर पड़ा। प्रबंधकीय टीम मशीनों के साथ- साथ खदान को बचाने के लिए प्रयासरत दिखी। खदानों के बगल नदी व जोरिया में पानी के बहाव पर निगरानी की जा रही है। फेस में पानी का जमाव व कीचड़ से लथपथ सड़क के चलते उत्पादन के अलावा कोयले की ढुलाई पर भी असर देखा गया। गोविदपुर क्षेत्र की परियोजनाओं में प्रथम पाली में 60 टन एवं भूमिगत खदान में भी करीब 60 टन कोयले का उत्पादन हुआ। जबकि गुरुवार को प्रथम पाली में परियोजनाओं में 440 टन तथा भूमिगत खदान में 75 टन उत्पादन हुआ था। महाप्रबंधक जीसी साहा ने कहा कि बारिश के चलते उत्पादन में काफी असर पडृा है। बागडिगी, खोदो एवं काली नदी में पानी खतरे के नीचे है। लगातार निगरानी रखी जा रही है। बरोरा प्रबंधन के अनुसार उत्पादन पर करीब पचास प्रतिशत असर पड़ा है। कतरास क्षेत्र के सलानपुर व केशलपुर कोलियरी के भूमिगत खदानों में दूसरी पाली में कर्मी अंदर नही गए। सुरक्षा को लेकर प्रबंधन ने सर्तकता बरती। अग्नि प्रभावित वेस्ट मोदीडीह परियोजना में गैस व धुआं का काफी रिसाव देखा गया। प्रबंधन बचाव कार्य में जुटा रहा। महाप्रबंधक एके सिंह ने कहा कि उत्पादन में करीब पचास प्रतिशत की गिरावट आई है। सिजुआ क्षेत्र की परियोजनाओं में भी उत्पादन पर काफी असर पड़ा।

बाघमारा: लगातार हो रही बारिश से ब्लाक दो परियोजना के कोयला फेस में जलजमाव से उत्पादन प्रभावित हो रहा है। ड्रैग लाइन व जमुनिया सी पैच में विभागीय उत्पादन पर असर पड़ा है। प्रबंधन ने दोनो विभागीय पैच से मशीनों को सुरक्षित स्थान पर उठा लिया है।हाल रोड में फिसलन बढ़ने से कोयला ढुलाई में भी दिक्कतें आ रही हैं। पीओ के के सिंह ने कहा कि बारिश से उत्पादन पर आंशिक प्रभाव पड़ा है। मशीनें सुरक्षित है।

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लोयाबाद: दुर्गामंदिर के समीप रह रहे में निजी शिक्षक मनोज चौबे उर्फ लालू का मकान ढह गया। घटना के समय मनोज उसी कमरे में पूजा कर रहा था। वह बाल-बाल बच गया। आसपास के लोगों ने उसे मलबे से बाहर निकाला। वह अपने चाचा के मकान में रह रहा है। वह ट्यूशन पढ़ाकर गुजारा करता है। कई लोगों के आवासों में भी पानी घुस गया है।

निचितपुर: तेज बारिश से निचितपुर क्षेत्र का जन जीवन अस्तव्यस्त हो गया हेै। ज्यादा परेशानी दैनिक मजदूरी करने वालेलोगों को उठानी पड़ी। दैनिक मजदूर शुक्रवार को काम करने नहीं जा सके। उन्हें घर पर ही रहना पड़ गया। मुहल्लों में घूम घूम कर सब्जी, कपड़ा, फेरी वाला, चाट वाला व खोमचा वालों का आज व्यवसाय चौपट हो गया। कुछ लोग तेज बारिश के बीच ही भींग कर प्यास बुझाने के लिए पानी लाते देखे गए।

बरोरा: बरोरा, हरिणा, मुराईड़ीह, दरिदा, पोचरी सहित आसपास इलाके के लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। बरोरा क्षेत्र की परियोजनाओं मे पानी भर जाने से कोयला उत्पादन और ओबी हटाने पर भारी असर पड़ा है। मशीनों को सुरक्षित जगहों पर रखा गया है।वर्षा के कारण उत्पादन सहित परियोजना का काम भी प्रभावित है। होलरोड में कीचड़ भर जाने से गाड़ियों का फेस से आवाजाही बंद हो गई है। डंप से कोयले का परिवहन कर गुरुवार देररात एक रैक लोड कर भेजा गया। दूसरा रैक शुक्रवार को साइडिग में कोयला के अभाव में खड़ी है। कालोनियों में नाले का पानी सड़कों मे आ जाने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

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