गोपीनाथपुर कोलियरी के वैद्य खदान में अवैध कोयला उत्खनन स्थल का भंडाफोड़ Dhanbad News

ईसीएल के गोपीनाथपुर कोलियरी के वैद्य खदान परिसर में अवैध उत्खनन स्थल पर निरसा पुलिस सीआईएसएफ व ईसीएल सुरक्षा प्रहरी की टीम ने शनिवार की सुबह छापेमारी कर लगभग सात टन कोयला जब्त किया। ब्त कोयले को ईसीएल के कोल डिपो में जमा करवा दिया गया है।

By Atul SinghEdited By: Publish:Sat, 08 May 2021 05:40 PM (IST) Updated:Sat, 08 May 2021 05:40 PM (IST)
गोपीनाथपुर कोलियरी के वैद्य खदान में अवैध कोयला उत्खनन स्थल का भंडाफोड़ Dhanbad News
कोयले को ईसीएल के कोल डिपो में जमा करवा दिया गया है। (प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर)

निरसा, जेएनएन : ईसीएल के गोपीनाथपुर कोलियरी के वैद्य खदान परिसर में अवैध उत्खनन स्थल पर निरसा पुलिस, सीआईएसएफ व ईसीएल सुरक्षा प्रहरी की टीम ने शनिवार की सुबह छापेमारी कर लगभग सात टन कोयला जब्त किया। छापेमारी होते ही कोयला चोर नदी व झाड़ी का फायदा उठाकर भाग खड़े हुए। जब्त कोयले को ईसीएल के कोल डिपो में जमा करवा दिया गया है।

वहीं दूसरी ओर शुक्रवार की देर रात सोनबाद में छापेमारी कर निरसा पुलिस ने अवैध कोयला लदा 407 वाहन जब्त किया है। दोनों ही मामले में निरसा थाना में नामजद प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया चलाई जा रही है। जानकारी के अनुसार गुप्त सूचना के आधार पर संयुक्त छापेमारी दल ने शनिवार की सुबह गोपीनाथपुर कोलियरी के वैध खदान में अवैध उत्खनन स्थल पर छापेमारी की। जिस स्थान से छापेमारी दल ने र कोयला जब्त किया है वो ईसीएल का वैध खदान है। इस खदान में प्रतिदिन तीन शिफ्ट में कोयले का उत्पादन किया जाता है। जहां पर ईसीएल का वैध खदान संचालित हो रहा है वहां पर अवैध उत्खनन अपने आप में कई सवाल खड़े करता है। इससे यह स्पष्ट हो जाता है कि स्थानीय कोलियरी प्रबंधन कोयला चोरी रोकने के प्रति कितना जिम्मेदार है।

बरसात में पुसोई नदी के पानी से जलमग्न हो सकता है गोपीनाथपुर कोलियरी

गोपीनाथपुर कोलियरी के पूरब दिशा में पुसोई नदी है। कोलियरी व पुसोई नदी के बीच 50 से 60 फीट की दूरी है। कोयला तस्कर गोपीनाथपुर कोलियरी से पूरब दिशा की ओर अवैध उत्खनन का काम कर कोयला निकाल रहे हैं। यदि इस दिशा में ठोस कार्रवाई नहीं की गई तो बरसात में पुसोई नदी का पानी अवैध उत्खनन स्थल के रास्ते खदान में प्रवेश कर सकता है। यदि नदी का पानी गोपीनाथपुर कोलियरी के खदान में प्रवेश कर जाता है तो खदान को जलमग्न होने की संभावना है। दिसंबर में खुदिया कोलियरी के भूमिगत खदान के जलमग्न होने से अभी तक कोलियरी से पानी की निकासी नहीं हो पाई है। इसके कारण कोलियरी चालू नहीं हो सकी है।

वर्जन :

पूर्व में भी अवैध चोरी की शिकायत निरसा थाना में की गई है। हमारे पास सुरक्षाकर्मियों की भारी कमी है। अवैध उत्खनन स्थल पर कोलियरी का ओबी गिरा कर उसे बंद किया जाएगा। यदि इस पर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो नदी का पानी बरसात के समय कोलियरी में प्रवेश कर सकता है।

विधान चंद्र सिंह, एजेंट, गोपीनाथपुर कोलियरी

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