समर ट्रेनिग के लिए आइएसएम ने बाहरी छात्रों के लिए खोला दरवाजा
इंजीनियरिग या फिर अन्य प्रोफेशनल कोर्स की पढ़ाई कर रहे छात्र-छात्राएं भी अब आइआइटी आइएसएम जैसे विख्यात तकनीकि संस्थान से समर ट्रेनिग कर सकेंगे। संस्थान ने बाहरी छात्रों के लिए समर ट्रेनिग का दरवाजा खोला है। इसके लिए छात्रों को पैसे खर्च करने होंगे।
जागरण संवाददाता, धनबाद : इंजीनियरिग या फिर अन्य प्रोफेशनल कोर्स की पढ़ाई कर रहे छात्र-छात्राएं भी अब आइआइटी आइएसएम जैसे विख्यात तकनीकि संस्थान से समर ट्रेनिग कर सकेंगे। संस्थान ने बाहरी छात्रों के लिए समर ट्रेनिग का दरवाजा खोला है। इसके लिए छात्रों को पैसे खर्च करने होंगे। बाहरी छात्रों को समर ट्रेनिग के लिए प्रत्येक सप्ताह दो हजार रुपये और कुल 30 हजार रुपये जमा करने होंगे। यह नियम संस्थान में कार्यरत कर्मियों के सगे-संबंधी, भाई-बहन या फिर पुत्र-पुत्री पर भी लागू होगा लेकिन उन्हें थोड़ी छूट मिलेगी। उन्हें प्रत्येक सप्ताह पांच सौ रुपये और कुल 7500 रुपये देने होंगे। समर ट्रेनिग की यह सुविधा देश के सभी आइआइटी और एनआइटी के छात्रों को दी जाएगी। दरअसल गर्मियों के अवकाश में इंजीनियरिग व अन्य प्रोफेशनल कोर्स करने वाले छात्र-छात्राओं को अपने प्रोजेक्ट वर्क के लिए चार से छह सप्ताह के लिए प्रायोगिक प्रशिक्षण करना होता है। यह कोर्स का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। छात्र-छात्राओं को समर ट्रेनिग में सरकारी और कुछ गैर सरकारी संस्थानों में ट्रेनिग करनी पड़ती है। इसके तहत छात्रों को नई जानकारी के साथ ही संबंधित संस्थानों की कार्यप्रणाली को भी जानने समझने का अनुभव प्राप्त होता है। आइआइटी आइएसएम के करियर डेवलपमेंट सेंटर ने इस संबंध में सूचना जारी कर दी है। संस्थान में समर ट्रेनिग का मौका बाहरी छात्रों को तभी मिलेगा, जब वैकेंसी होगी। समर ट्रेनिग वर्चुअल मोड पर आयोजित होगी। संस्थान कैंपस में किसी प्रकार की कोई व्यवस्था नहीं देगा। वहीं सफलतापूर्वक प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद करियर डेवलपमेंट सेंटर की ओर से प्रशिक्षण का प्रमाण पत्र दिया जाएगा।