आइआइटी आइएसएम के छात्रों ने किया एंड्रॉइड एप्लिकेशन विकसित

धनबाद आइआइटी आइएसएम के छात्रों को अब अपनी समस्याओं से प्रबंधन को अवगत कराने के लिए बहुत अधिक परेशान नहीं होना पड़ेगा। क्योंकि अब इसका विकल्प तैयार कर लिया गया है। सबसे बड़ी बात है कि इसका विकल्प तैयार करने की जिम्मेवारी भी छात्रों को ही दी गई थी। जिसे छात्रों ने करीब एक माह के भीतर तैयार कर लिया। गुरूवार को इसका परिणाम जारी किया गया। जिसमें एप क्रियू टीम ने प्रथम स्थान हासिल किया। टीम में पीयूष गर्ग संक्षम द्विवेदी अंश शामिल थे। इन्हें 25 हजार का नकद पुरस्कार भी दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 01:28 AM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 01:28 AM (IST)
आइआइटी आइएसएम के छात्रों ने किया एंड्रॉइड एप्लिकेशन विकसित
आइआइटी आइएसएम के छात्रों ने किया एंड्रॉइड एप्लिकेशन विकसित

जागरण संवाददाता, धनबाद : आइआइटी आइएसएम के छात्रों को अब अपनी समस्याओं से प्रबंधन को अवगत कराने के लिए बहुत अधिक परेशान नहीं होना पड़ेगा। क्योंकि अब इसका विकल्प तैयार कर लिया गया है। सबसे बड़ी बात है कि इसका विकल्प तैयार करने की जिम्मेवारी भी छात्रों को ही दी गई थी। जिसे छात्रों ने करीब एक माह के भीतर तैयार कर लिया। गुरूवार को इसका परिणाम जारी किया गया। जिसमें एप क्रियू टीम ने प्रथम स्थान हासिल किया। टीम में पीयूष गर्ग, संक्षम द्विवेदी, अंश शामिल थे। इन्हें 25 हजार का नकद पुरस्कार भी दिया है। वहीं दूसरे स्थान पर द प्रॉब्लम सोलवर्स टीम रही भावेश शर्मा, एस प्राथिया शामिल थे। इन्हें 15 हजार का नकद पुरस्कार दिया गया। जबकि अलटेंगल टीम को 10 हजार रुपये का पुरस्कार दिया गया। टीम में निशा यादव निहारिका आदि शामिल हैं। दरअसल वर्तमान में छात्रावास की समस्या हो या फिर परीक्षा या फीस को लेकर कोई समस्या होती है। इसके अलावा अन्य किसी भी तरह की समस्याओं के लिए छात्रों को या तो ई-मेल करना पड़ता है या फिर लिखित रूप में देना पड़ता है। इन सभी चीजों को ध्यान में रखते हुए नरेश वशिष्ठ सेंटर फॉर टिकरिग एंड इनोवेशन के साथ आइएसएम के पूर्ववर्ती छात्र उज्ज्वल अग्रवाल की कंपनी साइबर लैब्स और कोडिकली के सहयोग से एक इनहाउस एप तैयार करने का ऑफर दिया था। इसके लिए हैकाथॉन का आयोजन कर एप बनाने के लिए आइआइटी आइएसएम के छात्रों अवसर दिया गया था, जिसमें उन्हें एक एंड्राइड एप्लीकेशन विकसित करना था। इस एप से दैनिक आधार पर छात्रों के साथ-साथ संस्थान के अन्य किसी भी प्रकार की समस्याओं से निपटने में मदद मिलेगी। इतना ही नहीं, इस एप पर छात्र संस्थान को सुझाव भी दे सकेंगे।

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