आइएसएम ने सभी कार्यालय और कैंपस को किया सील
धनबाद कोरोना की दूसरी लहर से लगातार संक्रमितों की संख्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। सरकारी दफ्तर से लेकर शैक्षणिक संस्थान सब कोरोना के संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं। ऐसे में सबसे सुरक्षित माने जाने वाले संस्थान आइआइटी आइएसएम में भी संक्रमितों की लगातार बढ़ती संख्या अब चिता बढ़ा रही है।
जागरण संवाददाता, धनबाद : कोरोना की दूसरी लहर से लगातार संक्रमितों की संख्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। सरकारी दफ्तर से लेकर शैक्षणिक संस्थान सब कोरोना के संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं। ऐसे में सबसे सुरक्षित माने जाने वाले संस्थान आइआइटी आइएसएम में भी संक्रमितों की लगातार बढ़ती संख्या अब चिता बढ़ा रही है। आइआइटी आइएसएम में कई प्रोफेसर समेत करीब दो दर्जन से भी अधिक लोग कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं। इसके बाद पूरे कार्यालय और कैंपस को सील कर दिया गया है। संस्थान में बाहरी लोगों के प्रवेश पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। सभी को आइआइटी आइएसएम में ही ईडीसी कोविड आइसोलेशन सेंटर में चिकित्सकों की निगरानी में रखा गया है। अगर किसी मरीज की हालत गंभीर होती है तो उसे जिला प्रशासन आइसीयू में शिफ्ट किया जाएगा। वहीं संस्थान में बढ़ते कोरोना पॉजिटिव की बढ़ती संख्या ने प्रबंधन की चिता बढ़ा दी है। जिसके बाद संस्थान के निदेशक ने अब खुद मोर्चा संभाल लिया है। संस्थान के लिए चिता का विषय एमटेक और पीएचडी के छात्र-छात्राओं को लेकर है। निदेशक ने इसको लेकर एक सख्त मेल जारी कर निर्देश दिया है कि स्थिति सामान्य होने तक कोई भी विभाग नहीं खुलेगा। यहां तक की कैंपस में रह रहे छात्र भी ऑनलाइन पढ़ाई करेंगे। वहीं कैंपस के बाहर रहने वाले पीएचडी के छात्रों को अगले आदेश तक कैंपस आने पर रोक लगा दी गई है। इतना ही नहीं कैंपस से बाहर रहने वाले प्रोफेसर व कर्मचारियों के प्रवेश को भी वर्जित कर दिया गया है। कैंपस में आवश्यक सामग्रियों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है।