शुभम के सर्च बोट को आइआइटी देगा 25 हजार
धनबाद राजकीयकृत मध्य विद्यालय धैया के छात्र शुभम कुमार शर्मा को फाइनल प्रोजेक्ट बनाने के लिए नरेश वशिष्ठ टिकरिग इनोवेशन आइआइटी आइएसएम 25 हजार रुपये की सहायता देगा। दरअसल आइआइटी के द्वारा आयोजित झारखंड आविष्कार इंटर स्कूल इनोवेशन चैलेंज में शुभम तीसरे राउंड तक पहुंचा है।
जागरण संवाददाता, धनबाद : राजकीयकृत मध्य विद्यालय धैया के छात्र शुभम कुमार शर्मा को फाइनल प्रोजेक्ट बनाने के लिए नरेश वशिष्ठ टिकरिग इनोवेशन आइआइटी आइएसएम 25 हजार रुपये की सहायता देगा। दरअसल आइआइटी के द्वारा आयोजित झारखंड आविष्कार इंटर स्कूल इनोवेशन चैलेंज में शुभम तीसरे राउंड तक पहुंचा है। इस राउंड में कुल नौ आइडिया का चयन किया गया था। इसमें एक शुभम का आइडिया भी था। शुभम ने सर्चबोट नाम का एक रोबोट तैयार किया था, जो रिमोट के सहारे संचालित होगा। इसमें पीआइएल सेंसर लगा है। इसकी खासियत है कि भूकंप जैसी आपदा की स्थिति में गिरने वाले बहुमंजिली इमारत या खदान के अंदर यदि कोई हादसा हो जाता है, तो ऐसी स्थिति में मलबे में दबे लोगों को आसानी से सर्चबोट रोबोट खोज निकालेगा। इस रोबोट में मैसेज आने की भी व्यवस्था है। अब शुभम इस रोबोट को और विकसित करेगा। इसमें आइआइटी आइएसएम एक मेटर के तौर पर उसे सहयोग करेगा, ताकि आपदा काल में इस रोबोट का इस्तेमाल आम जनजीवन से लेकर सेना तथा अन्य कई महत्वपूर्ण उपयोग में इसका इस्तेमाल किया जा सके। इसके पूर्व दूसरे फेज में शुभम को नरेश वशिष्ठ टिकरिग लैब की ओर से 10 हजार रुपये दिए गए थे। जिसके माध्यम से उसे मॉडल का प्रोटोटाइप तैयार करना था। फिर थर्ड फेज में उस मॉडल के आधार पर उसका चयन किया गया। शुभम कक्षा आठवीं का छात्र है। स्कूल के शिक्षक राजकुमार वर्मा ने बताया कि किसी भी स्कूल के लिए यह गर्व का विषय है। शुभम ने इस प्रतियोगिता में राज्य भर के शामिल स्कूलों में अपनी जगह बनाकर स्कूल का नाम रोशन किया है।