दैनिक वेतन भोगी श्रमिकों को तकनीकी प्रशिक्षण दे रहा आइआइटी धनबाद
आइआइटी आइएसएम दैनिक वेतनभोगी श्रमिकों के प्रशिक्षण दे रहा है। इसके लिए आइआइटी धनबाद ने कौशल विकास केंद्र स्थापित किया है।
जागरण संवाददाता, धनबाद : आइआइटी आइएसएम दैनिक वेतनभोगी श्रमिकों के प्रशिक्षण दे रहा है। इसके लिए आइआइटी धनबाद ने कौशल विकास केंद्र स्थापित किया है। इस केंद्र में रोजगार योग्य कौशल विकसित करने के साथ-साथ सार्थक रोजगार प्राप्त करने की दिशा में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। आइआइटी आइएसएम के निदेशक प्रो. राजीव शेखर की पहल पर कौशल विकास केंद्र की स्थापना की गई है। एसडीसी केंद्र में फिलहाल नलसाजी (48 पंजीकृत डीडब्ल्यूडब्ल्यू), वेल्डिग (12 प्रतिभागी), मशीनिग (37 प्रतिभागी), विद्युत कौशल (39 प्रतिभागी) और कंप्यूटर फंडामेंटल्स (95 प्रतिभागी) को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
पाठ्यक्रम शनिवार और रविवार को पाठ्यक्रम चलाया जा रहा है, ताकि डीडब्ल्यूडब्ल्यू को थ्योरी और प्रैक्टिकल कक्षाओं में भाग लेने की सुविधा मिल सके। प्रत्येक पाठ्यक्रम की कुल अवधि 30 घंटे रखी गई है। सरल भाषा में प्रशिक्षण और व्यावहारिक प्रशिक्षण पर जोर दिया जा रहा है। मैकेनिकल ट्रेड में इंडो डेनिश टूल रूम के साथ उनके इंस्ट्रक्टर प्राप्त करने के साथ-साथ उक्त पाठ्यक्रमों के लिए प्रमाण पत्रों के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया गया है। जिससे पाठ्यक्रम का परिणाम आइआइटी धनबाद से प्रमाणन और उम्मीदवारों को उनके संबंधित क्षेत्रों में रोजगार के लिए मदद करेगा। इस एसडीसी का उद्देश्य कुशल श्रमिकों को विकास करना है, जो अपनी क्षमता और क्षमताओं के अनुसार अपनी आजीविका कमा सके और राष्ट्र के आर्थिक विकास में योगदान दे सकें। इस केंद्र की जिम्मेवारी प्रो. आलोक सिन्हा, प्रो. आलोक कुमार दास, प्रो. सुकांत दास, डा. कौशिक मंडल, राकेश सोनी, प्रतीक कुमार, अरबिद सिंह और राजन चौधरी को दी गई है।