संक्रमित हैं तो बस एक कॉल करें Railway कैंटीन से घर पहुंच जाएगा ब्रेकफास्ट व लंच डिनर...

धनबाद में रहने वाले रेलवे कर्मचारियों के लिए एक नई सुविधा की शुरुआत हुई है। सुविधा सिर्फ उन कर्मचारियों के लिए है जो संक्रमित हैं और उनके घर पर खान-पान सुविधा में परेशानी हो रही है। ऐसे कर्मचारियों को सिर्फ एक कॉल करना होगा।

By Atul SinghEdited By: Publish:Fri, 07 May 2021 03:30 PM (IST) Updated:Fri, 07 May 2021 03:30 PM (IST)
संक्रमित हैं तो बस एक कॉल करें Railway कैंटीन से घर पहुंच जाएगा ब्रेकफास्ट व लंच डिनर...
धनबाद में रहने वाले रेलवे कर्मचारियों के लिए एक नई सुविधा की शुरुआत हुई है। (प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर)

धनबाद, जेएनएन : धनबाद में रहने वाले रेलवे कर्मचारियों के लिए एक नई सुविधा की शुरुआत हुई है। सुविधा सिर्फ उन कर्मचारियों के लिए है जो संक्रमित हैं और उनके घर पर खान-पान सुविधा में  परेशानी हो रही है। ऐसे कर्मचारियों को सिर्फ एक कॉल करना होगा। उन्हें रेलवे की कैंटीन से सुबह का ब्रेकफास्ट, दोपहर का लंच और रात का डिनर सब कुछ घर पर ही मिल जाएगा। 

आज करें कॉल, कल से मिलने लगेगी सुविधा 

कर्मचारियों के लिए रेलवे की ओर से शुरू की गई सुविधा बिल्कुल मुफ्त है। इसके लिए उन्हें कोई शुल्क नहीं चुकाना होगा। घर पर खान-पान सुविधा लेने के लिए संबंधित कर्मचारियों को कल्याण निरीक्षक को एक दिन पहले कॉल करना होगा। सुबह से शाम 4:00 बजे तक कॉल करने की सुविधा दी गई है। जिस दिन कॉल करेंगे, उसके दूसरे दिन से घर पर खान-पान सेवा उपलब्ध करा दी जाएगी। 

दरअसल, 15-20 दिन पहले ही पूर्व मध्य रेल महाप्रबंधक के साथ डीआरएम की वर्चुअल बैठक हुई थी। उस दौरान यह तय हुआ था कि कोरोना संक्रमित कर्मचारियों के लिए सामुदायिक किचन की व्यवस्था की जाए ताकि वैसे कर्मचारी जो संक्रमित हैं और उन्हें समय पर भोजन नहीं मिल पा रहा है। उन्हें घर पर ही भोजन उपलब्ध कराया जा सके। महाप्रबंधक की बैठक के बाद दानापुर रेल मंडल ने सामुदायिक किचन की शुरुआत कर दी थी। पर वहां खाने पीने की व्यवस्था निशुल्क नहीं है। खान-पान शुल्क 250 रुपए तय किया गया था। धनबाद में शुरू की गई व्यवस्था पूरी तरह निशुल्क है। रेलवे ने कर्मचारी कल्याण कोष से खान-पान व्यवस्था लागू किया है।  

 दूसरे बड़े स्टेशनों पर भी जल्द शुरू होगी व्यवस्था

 पहले चरण में सिर्फ धनबाद में निशुल्क खानपान व्यवस्था बहाल हुई है। झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश तक फैले धनबाद रेल मंडल के अन्य बड़े रेलवे स्टेशनों पर भी इसे लागू करने की तैयारी चल रही है। इनमें वैसे स्टेशनों की सूची प्राथमिकता के साथ तैयार की जा रही है, जहां कर्मचारियों की संख्या अधिक है और संक्रमित कर्मचारी भी ज्यादा  हैं।

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