प्रैक्टिस में हैं या कर रहे जाब तो भी स्टॉक मार्केट से बढ़ा सकते हैं आमदनी, ICAI ने देशभर के सीए को दी बड़ी राहत

ICAI webinarवक्ता सीए रूद्र मूर्ति ने कैपिटल मार्केट के बारे में बहुत सारी बातें बताई। उन्होंने कहा हम लोग स्टाक सिलेक्शन करते हैं। इसे कैसे करना चाहिए पोर्टफोलियो मैनेज कैसे करते हैं पोर्टफोलियो मैनेज करते हैं तो डाइवर्सिफाइड पोर्टफोलियो होना चाहिए डिफरेंट सेगमेंट होना चाहिए।

By MritunjayEdited By: Publish:Wed, 07 Jul 2021 08:30 AM (IST) Updated:Wed, 07 Jul 2021 08:30 AM (IST)
प्रैक्टिस में हैं या कर रहे जाब तो भी स्टॉक मार्केट से बढ़ा सकते हैं आमदनी, ICAI ने देशभर के सीए को दी बड़ी राहत
जॉब करने वाले सीए को मिली शेयर बाजार में निवेश की छूट ( सांकेतिक फोटो)।

जागरण संवाददाता, धनबाद। सीए की प्रैक्टिस कर रहे हैं या किसी कंपनी में जाब, इसके बाद भी अब आप अपनी आमदनी स्टाक मार्केट से कर सकते हैं। पहले यह आइसीएआइ की ओर से रोक थी कि कोई भी चार्टर्ड अकाउंटेंट फुल टाइम प्रैक्टिस या जाब में है तो वो स्टाक मार्केट से इनकम नहीं कर सकता है। आइसीएआइ ने 10 महीने पहले इसमें संशोधन किया और सर्कुलर जारी किया कि अब चार्टर्ड अकाउंटेंट स्टाक मार्केट से इनकम कर सकते हैं। यह बात सीए सीए डा देवाशीष मित्रा ने कही। द इंस्टीट्यूट आफ चार्टर्ड अकाउंटेंट आफ इंडिया की धनबाद शाखा की ओर से आयोजित नेशनल कांफ्रेंस में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।

8 जुलाई तक चलेगा वेबीनार

वेबीनार को देहरादून, हरिद्वार एवं रांची ब्रांच ने संयुक्त रूप से योगदान दिया। यह आठ जुलाई तक होगा। इसका विषय कैपिटल मार्केट एंड इंवेस्टमेंट रहा। इस वेबकास्ट के मुख्य अतिथि वाइस प्रेसिडेंट सीए डा देवाशीष मित्रा और कैपिटल मार्केट कमेटी आइसीएआइ के चेयरमैन सीए अनुज गोयल एवं वाइस चेयरमैन सीए जय छाबरा विशेष रूप से उपस्थित हुए। इस वेबिनार के आयोजन में धनबाद, देहरादून, रांची और हरिद्वार शाखाओं के पदाधिकारियों का महत्वपूण योगदान रहा। लगभग चार हजार सीए शामिल हुए।

डिलीवरी में नुकसान होने पर काल या पुट आप्शन से सकते हैं भरपाई

वक्ता सीए रूद्र मूर्ति ने कैपिटल मार्केट के बारे में बहुत सारी बातें बताई। उन्होंने कहा हम लोग स्टाक सिलेक्शन करते हैं। इसे कैसे करना चाहिए, पोर्टफोलियो मैनेज कैसे करते हैं, पोर्टफोलियो मैनेज करते हैं तो डाइवर्सिफाइड पोर्टफोलियो होना चाहिए, डिफरेंट सेगमेंट होना चाहिए और हम किसी इक्विटी में अगर ट्रेडिंग कर रहे हैं तो काल और पुट आप्शन पर भी ध्यान रखना चाहिए। मान लेते हैं अगर डिलीवरी में कोई नुकसान होता है तो उसकी भरपाई काल या पुट आप्शन से सकते हैं। सीए डा गिरीश आहूजा ने टैक्स एबिलिटी और कैपिटल इंस्टूमेंट पर बारीकी से चर्चा की। उन्होंने शेयर, म्यूच्यूअल फंड टैक्स एबिलिटी किसे होगा, इस पर विस्तार से बताया। उन्होंने कहा मान लेते हैं अगर कंपनी शेयर मार्केट से डीलिस्ट हो जाता है तो वह नेशनल लास है। इसके ऊपर कैपिटल लास अलाएड नहीं है, यह डेड कैपिटल लास है। कारण यह है की कैपिटल गेन होने के लिए इसे ट्रांस्फेरेबल होना होगा और यह ट्रांसफर नहीं होता है।

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