मोबाइल दुकानदार को लूटने के आरोप में दंपती को जेल
संवाद सहयोगी लोयाबाद कतरास निवासी पंकज कुमार राजगढिया की लिखित शिकायत के आधार पर ल
संवाद सहयोगी, लोयाबाद : कतरास निवासी पंकज कुमार राजगढिया की लिखित शिकायत के आधार पर लोयाबाद पुलिस ने आरोपित सिराजुद्दीन अंसारी व उसकी पत्नी सोनी खातुन के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। पुलिस दोनों आरोपित को कोर्ट ले गई, जहां से जेल भेज दिया गया। प्राथमिकी में एक महिला व तीन युवकों पर मोबाइल खरीदने के बहाने धोखे से घर में बुलाकर मारपीट करने, नंगा कर वीडियो बनाने, सोने चांदी की जेवरात व 35,000 रुपये नकद छीन लेने व एक लाख रुपये बैंक के खाते में डालने के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया है। शिकायतकर्ता की कतरास में मोबाइल की दुकान है। आरोपित लोयाबाद छह नंबर का निवासी है। शिकायत में कहा है कि 13 जनवरी को पंकज के फेसबुक मैसेंजर में नेहा नाम की एक लड़की का एक मैसेज आया कि वह एक मोबाइल खरीदना चाहती है। दुकान पर नहीं आ सकती है। क्या घर पर डिलीवरी हो सकती है। 14 जनवरी की रात करीब आठ बजे मोबाइल की डिलीवरी करने वह अपने एक मित्र के साथ उसके घर पर पहुंचा। घर के बाहर एक महिला और तीन युवक मिले। एक युवक ने अपना परिचय सिराजुद्दीन अंसारी करप्शन ब्यूरो के सदस्य तथा महिला को एक पार्टी की नेत्री का दिया। मोबाइल देने के बाद जब पैसे की मांग की तो उसने उसे घर के अंदर बुलाया। जब वह अपने दोस्त के साथ घर के अंदर जाने लगा तो उक्त लोगों ने उसके दोस्त को घर के बाहर ही रहने को कहा। जब वह घर के अंदर गया तो उक्त युवकों ने यह कहते हुए उसके साथ मारपीट शुरू कर दी कि लड़कीबाजी करने के लिए यहां आए हो। उनलोगों उसे नंगा कर वीडियो बनाया और वायरल करने की धमकी देकर दो सोने की अंगूठी, दो चांदी की अंगूठी, एक सोने की चेन व करीब 35 हजार रुपए नकद छीन लिया। बैंक खाता का नंबर देकर उसमें एक लाख रुपए डालने की बात कहकर उसे छोड़ दिया। 15 जनवरी को उसके मोबाईल पर कई बार फोन कर बैंक खाते में उक्त रकम डालने के लिए दबाव बनाया गया।
खाते में रकम नहीं डालने पर वीडियो वायरल करने की धमकी दी गई। इस बात की जानकारी उसने अपने घर वालों को दी। घर वालों के साथ थाने पहुंच कर लिखित शिकायत देकर कार्रवाई की मांग की। लोयाबाद थाना प्रभारी चुन्नू मुर्मू ने कहा कि लिखित शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर उक्त दोनों को जेल भेज दिया गया और लोगों की तलाश की जा रही है। पुलिस ने उन लोगों के पास से लूटी गई रकम में से पांच छ: हजार रुपये नकद, मोबाइल, करप्शन ब्यूरो का पहचान पत्र आदि बरामद किया है। हालांकि जिस समय उसके साथ यह सब हो रहा था, उसका दोस्त बाहर क्या कर रहा था, इसको लेकर भी चर्चा है। दोस्त को इस दौरान कोई शक क्यों नहीं हुआ। ज्यादा देर लगने पर उसे भी अंदर जाना चाहिए था या पुलिस को खबर करनी चाहिए थी। पुलिस इस बिंदु पर भी जांच कर रही है।