गरीब परिवारों के लिए संबल साथी कैंपेन की 13 मई से होगी शुरुआत

धनबाद वैश्विक महामारी की दूसरी घातक लहर में धनबाद जिले के कई गरीब परिवार प्रभावित हुए हैं। इस कठिन समय में उन्हें सुविधाएं प्रदान करने के उद्देश्य से जिला प्रशासन ने संबल साथी कैंपेन के तहत आकस्मिक सुविधाएं प्रदान करने का निर्णय लिया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 May 2021 03:22 AM (IST) Updated:Wed, 12 May 2021 03:22 AM (IST)
गरीब परिवारों के लिए संबल साथी कैंपेन की 13 मई से होगी शुरुआत
गरीब परिवारों के लिए संबल साथी कैंपेन की 13 मई से होगी शुरुआत

जागरण संवाददाता, धनबाद : वैश्विक महामारी की दूसरी घातक लहर में धनबाद जिले के कई गरीब परिवार प्रभावित हुए हैं। इस कठिन समय में उन्हें सुविधाएं प्रदान करने के उद्देश्य से जिला प्रशासन ने संबल साथी कैंपेन के तहत आकस्मिक सुविधाएं प्रदान करने का निर्णय लिया है। उपायुक्त ने बताया कि ऐसे गरीब परिवारों को खाद्यान्न व राशन की आपूर्ति तथा अन्य सरकारी योजनाओं में अच्छादित करने का निर्णय जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद ने ले लिया है। जिससे ऐसे प्रभावित परिवार जल्द से जल्द जीवन की मुख्यधारा में शामिल हो सके।

संबल साथी किट में 10 किलो चावल, आटा, 3 किलो दाल, चूड़ा, 2 किलो सत्तू, नमक, काबली चना, लाल चना, कपडे़ धोने का पाउडर, 5 किलो आलू, प्याज व चीनी, 2 लीटर सरसों तेल, एक-एक किलोग्राम मसाले, सोया बड़ी, 5 पैकेट बिस्किट, 10 पीस नहाने व कपड़े धोने का साबुन, 200 ग्राम टूथपेस्ट, 3 टूथ ब्रश, 2 जूस के पैकेट, 2 बोतल सैनिटाइजर तथा 10 पीस मास्क रहेंगे। उपायुक्त ने कहा कि इसके अलावा ऐसे परिवारों को अविलंब खाद्यान्न एवं राशन की आपूर्ति, मनरेगा, राशन कार्ड, विधवा, वृद्धा, दिव्यांग अथवा अन्य सामाजिक सुरक्षा पेंशन, ग्रामीण विकास योजना, शिक्षा, स्वास्थ्य, समाज कल्याण एवं कल्याण विभाग, जीविकोपार्जन अथवा स्वरोजगार के लिए कौशल विकास की योजनाओं से अच्छादित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वैसे परिवार जिसमें बच्चे अनाथ हो चुके हो, उन्हें विशेष रणनीति के तहत विभिन्न गैर सरकारी संगठनों एवं कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (सीएसआर) के तहत विभिन्न योजनाओं के द्वारा मुख्यधारा में शामिल किया जाएगा। जिन परिवार के प्रमुख आर्थिक स्त्रोत समाप्त हो गए होंगे, वैसे परिवारों के शिक्षित युवक युवतियों को कौशल विकास एवं स्वरोजगार से जोड़ा जाएगा। उपायुक्त ने कहा कि ऐसे परिवारों के भौतिक सत्यापन के बाद जिला प्रशासन का यह प्रयास होगा कि परिवार के शिक्षित अथवा योग्य सदस्यों को दीर्घकालिक रिहैबिलिटेशन के तहत उन्हें स्किल डेवलपमेंट एवं लाइवलीहुड की योजनाओं से जोड़ा जाएगा।

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