फितरा व जकात की रकम से गरीबों की मदद करें : मौलाना कलाम खान

संवाद सहयोगी लोयाबाद देश में कोरोना महामारी फैली हुई है। कई गरीब परिवार के सदस्य सह

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Apr 2021 08:46 PM (IST) Updated:Fri, 23 Apr 2021 08:46 PM (IST)
फितरा व जकात की रकम से गरीबों की मदद करें : मौलाना कलाम खान
फितरा व जकात की रकम से गरीबों की मदद करें : मौलाना कलाम खान

संवाद सहयोगी, लोयाबाद: देश में कोरोना महामारी फैली हुई है। कई गरीब परिवार के सदस्य सही से काम नहीं कर पा रहे हैं। वैसे परिवारों को फितरा व जकात की रकम से मदद करें, ताकि वे लोग भी आपके साथ ईद की खुशियां मना सकें। यह बातें लोयाबाद पावर हाउस मस्जिद के इमाम मौलाना अबुल कलाम खान रिजवी साहब ने कही। उन्होंने कहा कि अल्लाह तआला ने माहे रमजान में मुकद्दस किताब कुरान पाक को नाजिल कर मुसलमानों को जिदगी जीने का तरीका बताया। कुरआन पाक में साफ लफ्जों में तहरीर है कि मुसलमानों को कौन सा काम करना चाहिए और कौन सा काम नहीं करना चाहिए। लोयाबाद सात नंबर मस्जिद के इमाम मौलाना अब्दुल खालिक कादरी ने रमजान की अहमियत पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अल्लाह तआला ने यह महीना मुसलमानों को इसलिए अता किया कि ताकि वे अपने से तौबा कर सके। अल्लाह तआला ने नबी करीम (स) द्वारा गारे हेरा में की गई इबादत पसंद आई। उसी याद को ताजा रखने के लिए मुसलमानों पर रोजा फर्ज किया गया। माहे रमजान में हर नेकी का अल्लाह तआला सत्तर गुना सवाब (पुण्य) अता करता है। साहिबे निसाब मुसलमानों को माल की जकात निकालनी चाहिए। साहेबे मुसलमान वह हैं जो साढ़े सात तोला सोना या साढ़े बावन तोला चांदी की हैसियत रखता है। उन्होंने कहा कि इस बार प्रत्येक व्यक्ति को 50 रुपये के हिसाब से फितरे की रकम निकालनी है। मदरसे का भी ध्यान रखें वहां पर भी यतीम मिस्कीन बच्चे शिक्षा ग्रहण करते हैं। रमजान उल मुबारक के दूसरे जुमे की नमाज लोयाबाद जामा मस्जिद लोयाबाद सात नंबर मस्जिद लोयाबाद कोक प्लांट लोयाबाद पावर हाउस मस्जिद सरकारी गाइडलाइन का पालन करते हुए अदा की गयी।

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