अनुबंधित कर्मियों के आंदोलन से प्रभावित हो रही स्वास्थ्य सेवाएं

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत धनबाद में काम कर रहे लगभग 4500 अनुबंध कर्मियों के आंदोलन के कारण स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही हैं। सिविल सर्जन कार्यालय के समक्ष आंदोलन को बुधवार को छह दिन पूरे हो गए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 06:39 PM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 06:39 PM (IST)
अनुबंधित कर्मियों के आंदोलन से प्रभावित हो रही स्वास्थ्य सेवाएं
अनुबंधित कर्मियों के आंदोलन से प्रभावित हो रही स्वास्थ्य सेवाएं

धनबाद : राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत धनबाद में काम कर रहे लगभग 4500 अनुबंध कर्मियों के आंदोलन के कारण स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही हैं। सिविल सर्जन कार्यालय के समक्ष आंदोलन को बुधवार को छह दिन पूरे हो गए हैं। झारखंड जन चिकित्सा एवं कर्मचारी संघ के दिलीप साह ने कहा कि सरकार कर्मचारियों का शोषण कर रही है। ऐसे में संघ अपना समर्थन अनुबंध कर्मचारियों को दे रहा है। इधर, सिविल सर्जन डा. श्याम किशोर कांत ने कहा कि संबंधित मामले मुख्यालय स्तर के हैं। उन्होंने कहा आंदोलनकारियों की जो भी मांगे हैं, वे जिला स्तर की नहीं है। ऐसे में उन्होंने आंदोलन नहीं करने की अपील की है। वेतन मद के लिए मिले चार करोड़ रुपये :

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत वेतन मद में कर्मियों को देने के लिए मुख्यालय रांची ने धनबाद को चार करोड़ रुपये दिए हैं। पिछले दिनों वेतन की मांग को लेकर अनुबंधित कर्मियों के अलावा सहिया ने भी आंदोलन किया था। इसके बाद वेतन देने की प्रक्रिया शुरू की गई है। इससे पहले एक करोड़ रुपये दिए गए थे, लेकिन यह राशि कम पड़ गई थी। अनुबंध कर्मियों की मांग :

राज्य कार्यक्रम प्रबंधक ज्वाला प्रसाद समेत जिला व प्रखंड स्तर पर अन्य कर्मियों की बर्खास्तगी वापस लेन, तत्काल प्रभाव से पब्लिक हेल्थ केयर को लागू करने की मांग की गई है। नेशनल हेल्थ मिशन के सभी अनुबंध कर्मियों को नियमित करने की मांग भी लंबित रही है, इसे भी पूरी करने की मांग फिर से उठ गई है। उच्चाधिकारियों द्वारा दु‌र्व्यवहार एवं मानसिक प्रताड़ना पर रोक लगाने, एचआर पालिसी लागू करने, पीएफ कटौती का प्रावधान समान कार्य के लिए समान वेतन लागू करने की भी मांग शामिल हैं।

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