कलियासोल प्रखंड में स्वास्थ्य सुविधाएं फेल

संवाद सहयोगी कालूबथान कोरोना काल में पूरे देश में स्वास्थ्य सेवा की कठिन परीक्षा हो रही

By JagranEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 05:29 AM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 05:29 AM (IST)
कलियासोल प्रखंड में स्वास्थ्य सुविधाएं फेल
कलियासोल प्रखंड में स्वास्थ्य सुविधाएं फेल

संवाद सहयोगी, कालूबथान : कोरोना काल में पूरे देश में स्वास्थ्य सेवा की कठिन परीक्षा हो रही है। शहर से लेकर गांव तक चिकित्सा व्यवस्था मजबूत करने की हर तरफ से मांग उठ रही है। ऐसी घड़ी में कलियासोल प्रखंड क्षेत्र में चिकित्सा व्यवस्था बेहाल है। कलियासोल प्रखंड की सुसुनलिया पंचायत स्थित बादलपुर गांव में वर्ष 2009-10 में लगभग 12 लाख रुपए की लागत से बना स्वास्थ्य केंद्र आज व्यवस्था व चिकित्सक के अभाव में खुद मरीज की तरह खड़ा है। इस गांव में स्वास्थ्य विभाग द्वारा दस साल पहले स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण कराया गया, लेकिन ठेकेदार काम पूरा किए बिना ही चला गया। दो मंजिला बिल्डिग की ढलाई, प्लास्टर आदि का काम लगभग पूरा हो गया, लेकिन बिजली की व्यवस्था नहीं हुई है। ना ही चिकित्सक की व्यवस्था की गई। इसके कारण बादलपुर गांव में निर्माण के बावजूद स्वास्थ्य केंद्र 10 साल से बेकार पड़ा है। प्रशासनिक शिथिलता के कारण यह स्वास्थ्य केंद्र भी काम नहीं कर रहा। यदि इसके चालू करने में गंभीरता दिखाई जाती तो बादलपुर और आसपास के ग्रामीणों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिल पाती।

जयपुर व अंबोना स्वास्थ्य केंद्र में नहीं बैठते चिकित्सक

जयपुर में लगभग एक करोड़ रुपए की लागत से वर्ष 2007-08 में 27 बेड का स्वास्थ्य केंद्र बना। काफी इंतजार के बाद बच्चों का चिकित्सक प्रतिनियुक्त किया गया, लेकिन उनके सेवानिवृत्त होने के बाद दूसरा कोई चिकित्सक नहीं आया। इस स्वास्थ्य केंद्र में सुरक्षा व्यवस्था के लिए दो होम गार्ड रखा गया था। उसे भी अन्यत्र भेज दिया गया है। इतने बड़े स्वास्थ्य केंद्र पर एक भी सफाईकर्मी भी नहीं है जिससे स्वास्थ्य केंद्र के भवन की खिड़की सहित अन्य समान भी जर्जर हो गया है। इसी तरह अंबोना में दस साल पहले बना 30 बेड के स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सक नहीं बैठते। वहां टेक्नीशियन राहुल निषाद व एएनएम सुमन साव ग्रामीणों का ऑनलाइन इलाज अपोलो के चिकित्सकों द्वारा कराकर मुफ्त दवाई भी देते हैं। बड़ा अंबोना पंचायत के रोशन अली बताते हैं कि अभी तक इस स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सक तो दूर की बात है बेड तक नहीं उपलब्ध हो सका। व्यवस्था के अभाव में स्वास्थ्य केंद्र खुद मरीज बनकर खड़ा है।

अपोलो के चिकित्सक ऑनलाइन देते सेवा

जयपुर स्वास्थ्य केंद्र में फिलहाल एक साल से अपोलो के चिकित्सकों द्वारा वीडियो कांफ्रेस के माध्यम से ऑनलाइन चिकित्सा की जाती है जिसके लिए यहां एक्शन एक टेक्नीशियन वर्णाली मित्रा व एएनएम खुशबू कुमारी को रखा गया है। ये सुबह सफाईकर्मी बनकर अपने दायरे तक सफाई करती हैं। ग्रामीणों की जांच करने के बाद सारा विवरण अपोलो के चिकित्सक को बताती हैं और चिकित्सक मरीजों से वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से सारी जानकारी लेकर दवाई देते हैं।

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