Dhanbad: कोरोना योद्धाओं को सम्‍मान‍ित करने का मामला पकड़ता जा रहा तूल; सरकारी व अनुबंधित कर्मी कर रहे विरोध

15 अगस्त को कोरोना योद्धा के नाम पर सम्मानित किए गए स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सक और कर्मियों का विरोध काफी तेज हो गया है। स्वास्थ विभाग के तहत काम करने वाले तमाम सरकारी और अनुबंधित कर्मी विरोध कर रहे हैं।

By Atul SinghEdited By: Publish:Tue, 17 Aug 2021 05:35 PM (IST) Updated:Tue, 17 Aug 2021 05:35 PM (IST)
Dhanbad: कोरोना योद्धाओं को सम्‍मान‍ित करने का मामला पकड़ता जा रहा तूल; सरकारी व अनुबंधित कर्मी कर रहे विरोध
स्वास्थ विभाग के तहत काम करने वाले तमाम सरकारी और अनुबंधित कर्मी विरोध कर रहे हैं। (प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर)

जागरण संवाददाता, धनबाद: 15 अगस्त को कोरोना योद्धा के नाम पर सम्मानित किए गए स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सक और कर्मियों का विरोध काफी तेज हो गया है। स्वास्थ विभाग के तहत काम करने वाले तमाम सरकारी और अनुबंधित कर्मी विरोध कर रहे हैं। मंगलवार को एक प्रतिनिधिमंडल सिविल सर्जन डॉ श्याम किशोर से मिलकर कार्रवाई की मांग की है। राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के तहत काम करने वाले तमाम कर्मचारी संगठन ने भी आंदोलन शुरू कर दिया है। वहीं जिला प्रशासन को शिकायत के बाद अधिकारियों ने भी कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है।

दूसरे लिस्ट में भी भारी गड़बड़ी, शो कोज वाले को सम्मान

सम्मान समारोह से पहले स्वास्थ्य विभाग की ओर से बनाए गए 20 लोगों की सूची में काफी गड़बड़ी मिली थी। इससे संबंधित दैनिक जागरण ने प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी। खबर छपने के बाद एडीएम ला एंड आर्डर ने सिविल सर्जन को तत्काल नई सूची बनाने का निर्देश दिया था। सिविल सर्जन के साथ सदर अस्पताल के प्रभारी डॉ राजकुमार सिंह, जिला कार्यक्रम प्रबंधक गौतम कुमार सिंह टीम बनाकर दोबारा नई सूची तैयार की। दोबारा सूची में निरंजन कुमार प्रसाद का नाम डाला गया। इन्हें जिला प्रशासन की ओर से सम्मान भी दिया गया। लेकिन बताया जाता है कोविड-19 कारवाही की वजह से इन पर भी शो-कोज किया गया था।

चिकित्सक और कर्मियों ने डाली आईसीयू में सेवा की तस्वीर

सम्मान समारोह से आहट वैसे चिकित्सक और कर्मियों ने सिविल सर्जन को और विभिन्न सोशल साइट पर उन तस्वीरों को साझा करना शुरू कर दिया है, जिसमें वह कोविड-19 आईसीयू में काम कर रहे हैं। कर्मियों का कहना है कोविड-19 में जिन्होंने सेवा दी, वैसे चिकित्सक और कर्मचारियों को विभाग और जिला प्रशासन भूल गया। कर्मियों का कहना है यदि संबंधित नामों पर करवाई नहीं होती है तो पूरे जिले में जोरदार प्रदर्शन किया जाएगा। इलाज और जांच में लगे चिकित्सक और कर्मचारी काम बाधित कर देंगे। इधर सिविल सर्जन डॉ श्याम किशोर का कहना है कि मामले की जांच हो रही है।

chat bot
आपका साथी