नेत्रहीन दिखा रहा दूसरों को रास्ता

आपको कई ऐसे लोग मिल जाएंगे जो शारीरिक रूप से पूरी तरह स्वस्थ हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 30 Nov 2021 06:06 AM (IST) Updated:Tue, 30 Nov 2021 06:06 AM (IST)
नेत्रहीन दिखा रहा दूसरों को रास्ता
नेत्रहीन दिखा रहा दूसरों को रास्ता

अवध किशोर मिश्रा, तोपचांची: आपको कई ऐसे लोग मिल जाएंगे जो शारीरिक रूप से पूरी तरह स्वस्थ हैं, लेकिन काम करने के बजाय भीख मांगकर अपनी जीविका चला रहे हैं। दूसरी तरफ 45 वर्षीय दिव्यांग मेघनाथ साव की कर्मठता दूसरों को रास्ता दिखा रही है। बचपन से नेत्रहीन होने के बावजूद आज तक अपने आप को परिवार पर खुद को कभी बोझ नहीं बनने दिया। वे तोपचांची बाजार में अपनी एक गुमटीनुमा दुकान में बिस्कुट चाकलेट बेचकर अपना भरण-पोषण कर रहे हैं। सुबह में वह दुकानों में पानी भरने का काम करते हैं। उनके हौसले को तोपचांची के लोग उन्हें मिसाल के तौर पर देखते हैं। समय-समय पर उनकी मदद भी करते हैं। उनका एक भाई रेलवे में कार्यरत है, लेकिन उन्होंने कभी भी अपने भाई की मदद नहीं ली।

मेघनाथ ने बताया कि 11 वर्षो से वे दुकान चला रहे हैं, जिससे उनका भरण पोषण होता है। कभी किसी के सामने भीख नहीं मांगा और ना मागूंगा। उन्होंने बताया कि सरकार की ओर से सामाजिक सुरक्षा पेंशन मिलती है, लेकिन पिछले कुछ महीनों से नहीं मिली है। इससे परेशानी हो रही है।

नेत्रहीन होने के बावजूद उन्हें कोई ठग नहीं सकता है। नोट को हाथों से महसूस करके पहचान लेते हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि मेघनाथ बचपन से नेत्रहीन है, इसके बावजूद इन्होंने कभी किसी के सामने हाथ नहीं पसारा। वह पूरे प्रखंड में उन लोगों को आइना दिखा रहा है जो ठीक ठाक होने के बावजूद भीख मांगते हैं। आमलोगों ने कहा कि ऐसे लोगों को मेघनाथ से सीख लेनी चाहिए।

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