करोड़ों के भाजपा कार्यालय का गार्ड भूखा, दो महीने से नहीं किया गया वेतन भुगतान Dhanbad News

कर्मचारी के भुगतान के नाम पर सिर्फ यह व्यवस्था की गई है कि वह एक नजदीकी अस्पताल में जाकर भोजन करे और चाय नाश्ता करे। हालांकि जब तक कार्यालय का निर्माण कार्य चल रहा था तब तक उसे नियमित वेतन का भुगतान किया जा रहा था।

By MritunjayEdited By: Publish:Tue, 22 Sep 2020 09:20 AM (IST) Updated:Tue, 22 Sep 2020 09:20 AM (IST)
करोड़ों के भाजपा कार्यालय का गार्ड भूखा, दो महीने से नहीं किया गया वेतन भुगतान Dhanbad News
धनबाद-बलियापुर-सिंदरी रोड के किनारे दो करोड़ की लागत से भाजपा कार्यालय बना है।

धनबाद, जेएनएन। तकरीबन दो करोड़ से अधिक की लागत से निर्मित भारतीय जनता पार्टी के जिला कार्यालय के पास कर्मचारी को वेतन देने का पैसा नहीं है। बियाबान में बने कार्यालय की देखभाल की जिम्मेदारी जिस एकमात्र कर्मचारी पर है, उसे पिछले 2 महीने से वेतन भुगतान नहीं किया गया है। जबकि कार्यालय के रखरखाव के लिए जिले के पांच बड़े पदाधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है। कर्मचारी के भुगतान के नाम पर सिर्फ यह व्यवस्था की गई है कि वह एक नजदीकी अस्पताल में जाकर भोजन करे और चाय नाश्ता करे। हालांकि जब तक कार्यालय का निर्माण कार्य चल रहा था, तब तक उसे नियमित वेतन का भुगतान किया जा रहा था। मौजूदा समय में महानगर व ग्रामीण जिला कमेटी के दो-दो जिलाध्यक्ष यहां बैठते हैं। कार्यक्रम भी होता है। बावजूद इसके एक सफाईकर्मी तक स्थायी रूप से नहीं है। जब कभी कार्यक्रम का आयोजन होता है, तभी सफाई कर्मी बुलाकर झाड़ू लगाया जाता है।

ये हैं रखरखाव के जिम्मेदार

5 लोगों की जो कमेटी प्रदेश नेतृत्व ने तय की थी उसकी संयोजक रागिनी सिंह हैं। उनके अलावा संजय सिंह, नितिन भट्ट, प्रदीप मंडल व नंद लाल अग्रवाल को सदस्य बनाया गया है।

9000 मिलता था वेतन

भवन के रखरखाव के लिए नियुक्त सुरेश चौधरी के मुताबिक उन्हें 9000 रुपये वेतन मिलता था। सुरक्षा के लिए चार-पांच कर्मी और थे। उन्हें भी वेतन मिलता था। भवन निर्माण हैंड ओवर होने के बाद पिछले 2 महीने से उनका वेतन भुगतान नहीं किया गया है। जबकि सुरक्षा के लिए रखे गए कर्मचारी हटा दिए गए। फिलहाल कार्यालय एकमात्र उन्हीं के भरोसे है। चौधरी स्वयं भाजपा कार्यकर्ता हैं। वे गोविंदपुर मंडल कमेटी में उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं।

प्रदेश से मांगा जाएगा दिशा निर्देश

इस संबंध में महानगर अध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह का कहना है कि कमेटी प्रदेश नेतृत्व द्वारा भवन निर्माण के दौरान ही बनाई गई थी। इसमें जिला कमेटी की कोई भूमिका नहीं थी। अब जबकि भवन हैंड ओवर हो गया है तो प्रदेश नेतृत्व से दिशानिर्देश मांगा जाएगा। और तदनुसार काम किया जाएगा।

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