आग के बीच कोयला उत्पादन होते देख राज्यपाल अचंभित

झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस ने शुक्रवार को बीसीसीएल कुसुंडा क्षेत्र के एना परियोजना का निरीक्षण किया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 03 Dec 2021 07:59 PM (IST) Updated:Fri, 03 Dec 2021 07:59 PM (IST)
आग के बीच कोयला उत्पादन होते देख राज्यपाल अचंभित
आग के बीच कोयला उत्पादन होते देख राज्यपाल अचंभित

संस, धनसार : झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस शुक्रवार को बीसीसीएल कुसुंडा क्षेत्र के एना परियोजना आरके ट्रांसपोर्ट आउटसोर्सिंग पहुंचे। जमीनी आग के बीच कोयला उत्पादन होता देख अचंभित हो गए। राज्यपाल पहली बार किसी ओपन कास्ट परियोजना देखने पहुंचे थे। उन्होंने माइंस के बीच आग की लपटें देखकर बीसीसीएल के अधिकारियों से पूछा कि क्या उक्त स्थल से कोयला निकल पाएगा। अधिकारियों ने कहा कि पहले आग को सुरक्षित ढंग से हटाया जाएगा। इसके बाद उक्त स्थल से कोयला उत्पादन शुरू किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि यह पहला मौका है जब इस परिस्थिति में कोयला उत्पादन देख रहा हूं। उन्होंने उद्घाटन के लिए खड़े तीन हैवी डंपर के बड़े-बड़े टायर देखकर भी आश्चर्य व्यक्त किया। आउटसोर्सिंग के प्रबंधक रवि अग्रवाल से यहां तक पूछा कि टायर की कीमत कितनी होगी। उद्घाटन के लिए खड़े तीन हैवी डंपर को अधिकारियों ने उनके समक्ष इंजन स्टार्ट करके दिखाया।

पत्रकारों से रूबरू होते हुए कहा कि मैंने अंडरग्राउंड माइंस देखी है। मुझे ओपन कास्ट प्रोजेक्ट देखने की इच्छा थी। झरिया पुनर्वास की खामियों पर पूछे गए सवालों पर उन्होंने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। प्रदूषण व अन्य समस्याओं के सवालों को राज्यपाल टाल गए। जिला पुलिस के अधिकारी व सीआइएसफ के डाग स्क्वायड की ओर से पंडाल व आसपास की सुरक्षा का कई बार जायजा लिया गया।

मौके पर धनबाद के उपायुक्त संदीप सिंह, एसएसपी संजीव कुमार, सिटी एसपी आर रामकुमार, एसडीएम प्रेम तिवारी, बीसीसीएल के सीएमडी पीएम प्रसाद, डीटी चंचल गोस्वामी, वित्त निदेशक समीर दत्ता, कुसुंडा के महाप्रबंधक वीके गोयल, पीओ प्रणव दास आदि थे। राज्यपाल 3:25 बजे एना पहुंचे और एना परियोजना को देख 3:50 बजे चले गए।

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चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम

राज्यपाल के आगमन को लेकर परियोजना क्षेत्र में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। परियोजना के व्यू प्वाइंट के आसपास बेरीकेडिंग कर सुरक्षा घेरा बनाया गया था। सुरक्षा घेरा के अंदर गणमान्य लोगों को ही प्रवेश की अनुमति थी। परियोजना मुख्य गेट पर सीआइएसएफ व जिला प्रशासन के अधिकारियों के निर्देश पर आनेवाले लोगों की जांच की जा रही थी। परियोजना के चारों ओर सुरक्षा जवान तैनात थे। ड्रोन कैमरे से परियोजना व आसपास की निगरानी की जा रही थी।

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झरिया-धनबाद सड़क किनारे तैनात थी पुलिस

राज्यपाल के एना आगमान को लेकर कतरास मोड़, भगतडीह, बस्ताकोला आदि जगहों पर मुख्य सड़क के किनारे पुलिस व जवान थे। कई स्थानों पर पुलिस ने राज्यपाल के आगमन के पहले दुकानों व होटलों को बंद करा दिया था।

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सड़क से कोयला ढुलाई का कार्य करा दिया था बंद

राज्यपाल के आगमन को लेकर कतरास मोड़ से बीएनआर साइडिग के बीच सड़क से होनेवाली कोयले की ट्रांसपोर्टिंग को बंद करा दिया गया था। सड़कों की सफाई कर पानी का छिड़काव भी किया गया था। ग्रामीणों का कहना था कि अगर ऐसा सब दिन होता तो यहां कभी प्रदूषण नहीं फैलता। झरिया-धनबाद सड़क पर अब तक दर्जन से अधिक लोगों की मौत हाइवा की चपेट में आने से हो चुकी है।

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