झारखंड आविष्कार इंटर स्कूल इन्नोवेशन चैलेंज में सरकारी स्‍कूल के शुभम ने मारी बाजी Dhanbad News

राजकीयकृत मध्य विद्यालय धैया के छात्र शुभम कुमार शर्मा को फाइनल प्रोजेक्ट बनाने के लिए नरेश वशिष्ठ टिंकरिंग इनोवेशन आईआईटी आईएसएम की ओर से 25 हजार रुपए की सहायता दी जाएगी। अब आपको बताते हैं कि शुभम को यह राशि क्यों दी जा रही है।

By Atul SinghEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 05:12 PM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 05:32 PM (IST)
झारखंड आविष्कार इंटर स्कूल इन्नोवेशन चैलेंज में सरकारी स्‍कूल के शुभम ने मारी बाजी Dhanbad News
नरेश वशिष्ठ टिंकरिंग इनोवेशन आईआईटी आईएसएम की ओर से 25 हजार रुपए की सहायता दी जाएगी। (प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर)

 धनबाद, जेएनएन : राजकीयकृत मध्य विद्यालय धैया के छात्र शुभम कुमार शर्मा को फाइनल प्रोजेक्ट बनाने के लिए नरेश वशिष्ठ टिंकरिंग इनोवेशन आईआईटी आईएसएम की ओर से 25 हजार रुपए की सहायता दी जाएगी। अब आपको बताते हैं कि शुभम को यह राशि क्यों दी जा रही है। दरअसल आईआईटी के द्वारा आयोजित झारखंड आविष्कार इंटर स्कूल इन्नोवेशन चैलेंज मैं शुभम तीसरे राउंड तक पहुंचा। इस राउंड में कुल 9 आइडिया का चयन किया गया था। जिसमें एक शुभम का आईडिया भी था। शुभम ने सर्च बोट नाम का एक रोबोट तैयार किया था, जो रिमोट के सहारे संचालित होगा। इसमें पीआईएल सेंसर लगा है। इसकी खासियत है, की भूकंप बहू मंजिली इमारत या खदान के अंदर, आपदा की स्थिति में मलबे में दबे लोगों को आसानी से खोज निकालेगा। इस रोबोट में मैसेज आने की भी व्यवस्था है। अब शुभम इस रोबोट को और विकसित करेगा। इसमें आईआईटी आईएसएम एक मेटर के तौर पर उसे सहयोग करेगा । ताकि आपदा काल में इस रोबोट का इस्तेमाल आम जनजीवन से लेकर सेना तथा अन्य कई महत्वपूर्ण उपयोग में इसका इस्तेमाल किया जा सके। इसके पूर्व दूसरे फेज में शुभम को नरेश वशिष्ठ टिंकरिंग लैब की ओर से 10 हजार रुपए दिए गए थे जिसके माध्यम से उसे मॉडल का प्रोटोटाइप तैयार करना था और फिर थर्ड फेज में उस मॉडल के आधार पर उसका चयन किया गया शुभम कक्षा आठवीं का छात्र है स्कूल के शिक्षक राजकुमार वर्मा ने बताया कि किसी भी स्कूल के लिए यह गर्व का विषय है। शुभम ने इस प्रतियोगिता में राज्य भर के शामिल स्कूलों में अपनी जगह बनाई है। और स्कूल का नाम रोशन किया है।

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