Coal India: झरिया में कोल बेड मिथेन का अथाह भंडार, दोहन के लिए आस्ट्रेलिया से मदद लेगी भारत सरकार
कोल इंडिया कोल बेड मिथेन प्रोजेक्ट के साथ साथ कोल गैसिफिकेशन प्रोजेक्ट पर करीब 18 हजार करोड़ के बजट के साथ काम कर रही है। इसमें धनबाद बोकारो आसनसोल रानीगंज क्षेत्र में प्रोजेक्ट प्लान पर काम किया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, धनबाद। भारत सरकार देश में कोयला उत्पादन को बढ़ाने के समुचित प्रयास में आस्ट्रेलिया कंपनी से मदद लेगी। ऊपरी सतह व गहराई में मौजूद कोयले को गैस में बदलकर उस गैस को बाहर लाने तथा कोयले की सतह पर प्राकृतिक रूप से उत्पन्न मिथेन गैस आदि को निकालने में आस्ट्रेलिया सहयोग करेगा। अगर बातचीत सफल हो जाती है तो कोल इंडिया की बीसीसीएल व ईसीएल में शुरू होने वाली कोल बेड मिथेन व कोल माइन मिथेन प्रोजेक्ट चालू करने में काफी सहयोग मिलेगा। बीसीसीएल के झरिया क्षेत्र में काफी कोल बेड मिथेन का भंडार है।
मालूम हो कि कोल इंडिया कोल बेड मिथेन प्रोजेक्ट के साथ साथ कोल गैसिफिकेशन प्रोजेक्ट पर करीब 18 हजार करोड़ के बजट के साथ काम कर रही है। इसमें धनबाद, बोकारो, आसनसोल, रानीगंज क्षेत्र में प्रोजेक्ट प्लान पर काम किया जा रहा है। कोयला मंत्रालय ने पिछले दिनों आस्ट्रेलिया के शिष्टमंडल के बीच व्यापारिक और आर्थिक रिश्ते बढ़ाने पर पिछले दिनों बातचीत की थी। इसमें कोयला मंत्री प्रहलाद जोशी ने खासतौर से ऊर्जा सेक्टर में गतिविधियों को बढ़ाने पर विस्तार से चर्चा की थी। आस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री और विशेष व्यापार दूत टोनी ऐबट के नेतृत्व में आई टीम के साथ इस पर चर्चा हुई थी। मौके पर कोयला मंत्रालय के सचिव डा. अनिल कुमार जैन, खान मंत्रालय के सचिव आलोक टंडन आदि मौजूद थे।