युवा लेखकों के लिए खुशखबरी; प्रतियोगिता में चयन के बाद सरकार देगी 50 हजार प्रतिमाह...ऐसे करें आवेदन
लिखने का शौक रखने वालों के लिए यह एक बेहतरीन मौका हो सकता है। अपनी लेखन शैली की बदौलत चर्चा में आने के साथ-साथ कमाई भी कर सकते हैं। आपकी उम्र 30 वर्ष से कम है तो केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की इस योजना का लाभ ले सकते हैं।
धनबाद, जेएनएन : लिखने का शौक रखने वालों के लिए यह एक बेहतरीन मौका हो सकता है। अपनी लेखन शैली की बदौलत चर्चा में आने के साथ-साथ कमाई भी कर सकते हैं। आपकी उम्र 30 वर्ष से कम है तो केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की इस योजना का लाभ ले सकते हैं।
उच्च शिक्षा विभाग ने युवा लेखकों को प्रशिक्षित करने के लिए युवा - प्रधानमंत्री योजना की शुरुआत की है। यह युवा और नवोदित लेखकों (30 वर्ष से कम आयु) को प्रशिक्षित करने के लिए एक लेखक परामर्श कार्यक्रम है। इसका उद्देश्य पढ़ने, लिखने और पुस्तक संस्कृति को बढ़ावा देना है।
साथ ही वैश्विक स्तर पर भारत और भारतीय लेखन को प्रदर्शित किया जा सके। राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 ने युवा दिमाग के सशक्तिकरण और एक सीखने वाला इकोसिस्टम बनाने पर जोर दिया है। यह युवा पाठकों, सीखने वालों को भविष्य की दुनिया में नेतृत्व की भूमिकाओं के लिए तैयार कर सकता है।
इस संदर्भ में, युवा रचनात्मक संसार के भविष्य के नेताओं की नींव रखने में एक लंबा सफर तय करेगा। इस योजना के तहत तैयार की गई पुस्तकों का प्रकाशन नेशनल बुक ट्रस्ट करेगा। इसके अलावा संस्कृति और साहित्य के आदान-प्रदान को सुनिश्चित करने के लिए इनका अन्य भारतीय भाषाओं में भी अनुवाद किया जाएगा। जिससे 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' को बढ़ावा मिलेगा। चयनित युवा लेखक विश्व के कुछ बेहतरीन लेखकों के साथ बातचीत करेंगे और साहित्यिक उत्सवों आदि में भाग लेंगे।
युवा लेखक ऐसे ले सकते हैं योजना का लाभ
इस योजना में शामिल होने के लिए एक जून से 31 जुलाई तक www.mygov.in पर आवेदन किया जा सकता है। इस अखिल भारतीय प्रतियोगिता के जरिए कुल 75 लेखकों का चयन किया जाएगा। विजेताओं की घोषणा 15 अगस्त को की जाएगी। युवा लेखकों को प्रख्यात लेखक और संरक्षक प्रशिक्षित करेंगे। संरक्षण के तहत पांडुलिपियों को प्रकाशन के लिए 15 दिसंबर तक किया जाएगा। प्रकाशित पुस्तकों का विमोचन 12 जनवरी 2022 को राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर होगा। संरक्षण योजना के तहत छह महीने की अवधि के लिए प्रत्येक लेखक को 50 हजार रुपये प्रति माह की छात्रवृत्ति मिलेगी।
आजादी के 75 साल पूरे, इसलिए 75 का होगा चयन
युवा लेखकों को भारत के स्वतंत्रता संघर्ष के बारे में लिखने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए प्रधानमंत्री ने इसी वर्ष जनवरी में मन की बात में इसका जिक्र किया था। पीएम ने युवा पीढ़ी से स्वतंत्रता सेनानियों, स्वतंत्रता से जुड़ी घटनाओं, स्वतंत्रता संग्राम की अवधि के दौरान वीरता की गाथा के बारे में अपने-अपने संबंधित क्षेत्रों में लिखने का आह्वान किया था। उनका कहना था कि यह भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने के अवसर पर भारत की स्वतंत्रता के नायकों को सर्वश्रेष्ठ श्रद्धांजलि होगी। यह विचारशील नेताओं की एक श्रेणी भी तैयार करेगा, जो भविष्य की दिशा तय करेगा। यह योजना लेखकों की एक धारा विकसित करने में सहायता करेगी जो भारतीय विरासत, संस्कृति और ज्ञान प्रणाली को बढ़ावा देने के लिए विषयों के अलग-अलग पहलुओं पर लिख सकते हैं।