TV Debate Show में एम्स निदेशक और कोविड वर्किंग ग्रुप के चेयरमैन के भाग लेने पर भड़के गोड्डा सांसद, पढ़ें-निशिकांत दुबे का ट्वीट
एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने एक राष्ट्रीय चैनल के शो में कहा था कि हमें ज़्यादा सतर्क रहना चाहिए था। कोरोना केस काफी कम हो गए थे लेकिन वैक्सीन के आने पर लापरवाही बरती गई। इससे खतरा बढ़ा है।
जागरण संवाददाता, गोड्डा। संसद सत्र में स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया के बयान से ठीक पहले गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने ट्वीट कर कहा है कि टीवी के प्राइम शो में कोरोना के नए वैरियंट को लेकर विशेषज्ञों के बीच जो डिबेट कराई जाती है, उससे आम जनमानस में भय का माहौल बनता है। सांसद ने एम्स निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया और कोविड वर्किंग ग्रुप के चेयरमैन डॉ एनके अरोड़ा के डिबेट को लेकर ट्वीट किया है। साथ ही स्वास्थ्य मंत्री से ऐसे टीवी डिबेट को अविलंब बंद कराने की मांग की है।
कोरोनावायरस से मुक़ाबला करने के लिए परहेज़ व सामाजिक जागरूकता की आवश्यकता है लेकिन मेरा स्वास्थ्य मंत्री @mansukhmandviya जी से आग्रह है कि डॉक्टर गुलेरिया व अरोड़ा जी का interview बंद कराइए लोगों को परेशानी में वे हमेशा डालते हैं @PMOIndia— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) November 29, 2021
बता दें कि कोविड को लेकर एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने एक राष्ट्रीय चैनल के शो में कहा था कि हमें ज़्यादा सतर्क रहना चाहिए था। कोरोना केस काफी कम हो गए थे लेकिन वैक्सीन के आने पर लापरवाही बरती गई। उन्होंने यह भी कहा है कि अब सबसे पहले नए वैरिएंट के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए कदम उठाने चाहिए। जहां-जहां केस ज़्यादा हों, सख्त कन्टेनमेंट होना चाहिए। भीड़ एकत्र न होने दें। वैक्सीन को बूस्ट दें। इधर डिबेट के दौरान डॉ एनके अरोड़ा ने कहा कि पिछले छह महीनों में देश में कोरोना का कोई नया वेरिएंट नहीं मिला है। इसके लिए डॉ एनके अरोड़ा ने निरंतर निगरानी की जरूरत पर बल दिया। वैक्सीन लगवाने की अपील की।
कोविड वर्किंग ग्रुप के चेयरमैन डॉ अरोड़ा ने लोगों से त्योहारों के दौरान सख्त कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने और सभी से कोरोना वैक्सीन लगवाने की अपील की। उन्होंने देश में 100 करोड़ से अधिक टीकाकरण को इस दिशा में मील का पत्थर बताया। कहा कि कोविड के टीके मौजूदा रूपों के लिए गंभीर बीमारी को रोकने में बहुत प्रभावी हैं। इनमें भविष्य के वेरिएंट के खिलाफ भी प्रभावी होने की संभावना है।