कोविड ड्यू्टी में तैनात शिक्षकों को दें एक माह मूल वेतन के बराबर प्रोत्साहन राशि Dhanbad News

कोविड डयूटी में तैनात शिक्षक संक्रमित हो रहे हैं। कई शिक्षकों का जीवन संकट में हैं। ऐसे में इन शिक्षकों के जीवन पारिवारिक सुरक्षा काफी महत्वपूर्ण है। अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर एक माह वेतन के समतुल्य प्रोत्साहन राशि सहित बीमा की मांग की है।

By Atul SinghEdited By: Publish:Sun, 02 May 2021 04:58 PM (IST) Updated:Sun, 02 May 2021 04:58 PM (IST)
कोविड ड्यू्टी में तैनात शिक्षकों को दें एक माह मूल वेतन के बराबर प्रोत्साहन राशि  Dhanbad News
कोविड डयूटी में तैनात शिक्षक संक्रमित हो रहे हैं। (प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर)

धनबाद, जेएनएन : कोविड डयूटी में तैनात शिक्षक संक्रमित हो रहे हैं। कई शिक्षकों का जीवन संकट में हैं। ऐसे में इन शिक्षकों के जीवन, पारिवारिक सुरक्षा काफी महत्वपूर्ण है। अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कोविड डयूटी में लगे शिक्षकों को एक माह वेतन के समतुल्य प्रोत्साहन राशि सहित बीमा की मांग की है।

मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में प्रदेश महासचिव राममूर्ति ठाकुर ने कहा है कि वर्तमान में कोविड संक्रमण की भयावहता को देखते हुए शिक्षकों को अस्पतालों, वैक्सिन सेंटर, कोविड जांच केंद्र में तैनात किया गया है। तीन-तीन शिफ्ट में शिक्षकों को प्रतिनियुक्त किया गया है। रात्रि पाली में भी 10-10 घंटे की नियमित सेवा है।

शिक्षक बिना किसी साप्ताहिक अवकाश के निरंतर सेवा कर रहे हैं ऐसे में उन्हें प्रोत्साहन राशि दिया जाना चाहिए। इसके अलावा शिक्षक और उनके परिजनों के हितों के लिए बीमा व अन्य आवश्यक कदम उठान जरूरी है। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की है कि कोविड सेवा में प्रतिनियुक्त सभी शिक्षकों कोरोना योद्धा का दर्जा दिया जाए।

शिक्षक और उनके परिजनों की सुरक्षा गारंटी सुनिश्चित किया जा सके इसके लिए 50 हजार का बीमा तत्काल कराया जाए। डयूटी में तैनात शिक्षकों तथा उनके परिजनों के संक्रमित होने की स्थिति में इनका उपचार सरकार स्तर से विशेष निगरानी में कराया जाए। कोविड सेवा में प्रतिनियुक्त सभी शिक्षकों को संपूर्ण स्वास्थ्य सुरक्षा किट देकर ही कार्य में लगाया जाए।

वहीं दिव्यांग या 50 वर्ष से अधिक आयु, गंभीर बीमारी से ग्रस्त शिक्षकों को कोविड सेवा से मुक्त रखा जाए। इसके अलावा कोविड सेवा में लगे शिक्षकों को साप्ताहिक अवकाश का प्रावधान आवश्यक रूप से किया जाए। उन्होंने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में यह भी कहा है कि कोविड अस्प्ताल के आंदर या फिर आइसीयू में शिक्षकों से सेवा नहीं लिया जाए क्योंकि शिक्षक इन दोनो कार्य से अनभिज्ञ हैं।

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