Gang Misdeed: आठवीं की छात्रा के साथ चार युवकों ने किया गंदा काम, गर्भ ठहरा तो ऐसा किया कारनामा कि अब जान खतरे में

Dhanbad Gang Misdeed Case आठवीं की एक छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है। दुष्कर्म के बाद लड़की गर्भवती हो गई। इसकी जानकारी मिलने के बाद दुष्कर्म करने वालों ने गर्भपात करा दिया। गर्भपात के बाद लड़की की जान खतरे में है।

By MritunjayEdited By: Publish:Sat, 04 Dec 2021 06:58 AM (IST) Updated:Sat, 04 Dec 2021 09:01 PM (IST)
Gang Misdeed: आठवीं की छात्रा के साथ चार युवकों ने किया गंदा काम, गर्भ ठहरा तो ऐसा किया कारनामा कि अब जान खतरे में
छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म ( प्रतीकात्मक फोटो)।

संवाद सहयोगी, सिजुआ। धनबाद के कपुरिया आउटपोस्ट क्षेत्र में कक्षा आठ में पढऩे वाली नाबालिग छात्रा के साथ चार लोगों ने दुष्कर्म किया। एक महीने तक यह सिलसिला चलता रहा। पीडि़ता गर्भवती हो गई। इसके बाद धनबाद लाकर पीडि़ता का गर्भपात कराने का प्रयास किया गया। गर्भपात कराने के दौरान पीडि़ता की हालत बिगड़ गई। तब आरोपित पीडि़ता को पटना ले जाकर उसके माता-पिता के पास छोड़ गए। कपुरिया में पीडि़ता अपने दादा-दादी के पास रहती थी। माता-पिता ने सच जाना तो कपुरिया ओपी में आकर प्राथमिकी दर्ज कराई। पुलिस ने आरोपितों का सहयोग करने और साक्ष्य छिपाने के आरोप में कपुरिया पैक्स के चेयरमैन कंठी सिंह को गिरफ्तार कर शुक्रवार को अदालत में पेश किया जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। कंठी सिंह एक आरोपित धीरज के पिता हैं।

पांच महीने पहले युवकों ने पहली बार किया गंदा काम

प्राथमिकी में कहा गया कि पांच महीने पहले नाबालिग किशोरी पानी भरने के लिए गई थी। उदय सिंह, विराट सिंह, धीरज सिंह और विवेक सिंह नामक युवकों ने उसे बहला-फुसला कर एक खेत में ले गए जहां उसके साथ दुष्कर्म किया। इसके बाद भी चारों आरोपित किसी न किसी बहाने से किशोरी को बुलाते रहे। जब जिसे मौका मिला, उसके साथ दुष्कर्म करते रहे। लोकलाज और डर से किशोरी ने स्वजन को कुछ नहीं बताया।

एक आरोपी के पिता ने गर्भपात कराने में की मदद, पुलिस ने पकड़ा

इसी बीच किशोरी का पेट फूलने लगा तो आरोपितों को माथा ठनका। बीते 25 नवंबर को आरोपित बहला-फुसला कर किशोरी को धनबाद के निजी नर्सिंग होम में ले गए। एक आरोपी के पिता कंठी सिंह भी साथ गए थे। गर्भपात कराया गया। किशोरी की तबीयत बिगड़ गई तो उसे पटना ले गए। वहां किशोरी को उसके माता-पिता के हवाले कर दिया। वहां पीडि़ता की हालत और बिगड़ गई तो माता-पिता एक चिकित्सक के पास ले गए। किशोरी की जान खतरे में देख चिकित्सक ने किशोरी को माता-पिता को वास्तविकता की जानकारी दी। इसके बाद स्वजन कपुरिया ओपी गए और शिकायत दर्ज कराई।

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