Sawan 2021: सत्याग्रह के बाद बाबूलाल ने देवघर में किया शिव अभिषेक अनुष्ठान, राजनीतिक हलकों में इस कारण हो रही चर्चा

झारखंड की राजनीति में सत्ता बचाने और सत्ता गिराने का कथित रूप से खेल जारी है। इसे लेकर पक्ष-विपक्ष की नजर एक-दूसरे पर है। यही कारण है कि बाबूलाल ने देवघर में पहुंचकर अनुष्ठान किया तो राजनीतिक हलकों में चर्चा शुरू हो गई।

By MritunjayEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 03:51 PM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 04:54 PM (IST)
Sawan 2021: सत्याग्रह के बाद बाबूलाल ने देवघर में किया शिव अभिषेक अनुष्ठान, राजनीतिक हलकों में इस कारण हो रही चर्चा
शिव अभिषेक करते पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी और साथ में कथावाचक प्रदीप भैया व देवघर के विधायक नारायण दास।

जागरण संवाददाता, देवघर। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और विधानसभा में भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी इन दिनों राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनके परिवार के खिलाफ हमलावर हैं। झामुमो के गढ़ दुमका में सोरेन परिवार के खिलाफ भाजपा ने सत्याग्रह छेड़ रखा है। इसका नेतृत्व पूर्व मंत्री लुईस मरांडी कर रहीं हैं। इस सत्याग्रह में मंगलवार को बाबूलाल मरांडी भी शामिल हुए। उन्होंने सत्ताधारी झामुमो और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर संताल इलाके में जारी खनिज संपदा की लूट को लेकर जमकर हमला बोला। इसके बाद बुधवार को मरांडी देवघर स्थित हनुमान शिक्षा सेवा केंद्र परिसर में पहुंचे। यहां पर शिव अभिषेक अनुष्ठान किया। इसकी जानकारी मिलने के बाद राजनीतिक हलकों में खूब चर्चा हो रही है।

 

राज्य की शुभता के लिए प्रार्थना

सेवा फाउण्डेशन द्वारा हनुमान शिक्षा सेवा केन्द्र परिसर में हनुमान कथावाचक प्रदीप भैया जी महाराज द्वारा पवित्र सावन मास पर्यन्त रूद्राभिषेक अनुष्ठान का आयोजन किया जा रहा है। इस पूर्व मुख्यमंत्री संरक्षक हैं। यहां पहुंचने पर भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल शिव अभिषेक कर राज्य की शुभता की प्रार्थना की। इस अभिषेकानुष्ठान में उनके साथ देवघर के विधायक नारायण दास भी शरीक हुए। सेवा फाउण्डेशन के सचिव प्रवीर कुमार ने बताया कि प्रत्येक दिन प्रात: साढ़े आठ बजे से पूज्य करपात्री जी महाराज के वेद विद्यालय के आचार्यों द्वारा अनुष्ठान प्रारंभ कर साढ़े बारह बजे आरती होती है। देश भर से सेवा फाउण्डेशन से जुड़े लोगों का इस अनुष्ठान में यजमान के रूप में आकर अभिषेक किया जा रहा है। इसी क्रम में पूर्व मुख्यमंत्री भी पहुंचे और अनुष्ठान में भाग लिए। उन्होंने झारखंड राज्य के विकास और जनता के लिए सुख और शांति की प्रार्थना की। उनके साथ राकेश नरौने, प्रभाकर शांडिल्य, रूपा केसरी, अतुल सिंह, अभयानंद, कृष्णकांत दूबे, मीना मंडल, शीलवंती, काजल, पूजा तथा अशोक कुमार ने भी भाग लिया। 

इसलिए हो रही चर्चा

झारखंड की राजनीति में सत्ता बचाने और सत्ता गिराने का कथित रूप से खेल जारी है। इसे लेकर पक्ष-विपक्ष की एक-दूसरे पर पैनी नजर है। यही कारण है कि बाबूलाल ने देवघर में पहुंचकर अनुष्ठान किया तो राजनीतिक हलकों में चर्चा शुरू हो गई। आखिर काैन सी कामना को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अनुष्ठान कर रहे हैं? हालांकि बाबूलाल का अनुष्ठान कोई राजनीतिक नहीं रहा। उन्होंने भगवान शिव के शरणात होकर राज्य की जनता के मंगल की कामना की।

chat bot
आपका साथी