बस्ताकोला सीके साइडिग में ट्रांजिट परमिट की जांच

संस तिसरा वन विभाग धनबाद प्रमंडल की टीम ट्रांजिट परमिट की जांच करने के लिए शुक्रवार क

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Jan 2021 09:50 PM (IST) Updated:Fri, 22 Jan 2021 09:50 PM (IST)
बस्ताकोला सीके साइडिग में ट्रांजिट परमिट की जांच
बस्ताकोला सीके साइडिग में ट्रांजिट परमिट की जांच

संस, तिसरा : वन विभाग धनबाद प्रमंडल की टीम ट्रांजिट परमिट की जांच करने के लिए शुक्रवार को रेंजर रामबालक प्रसाद के नेतृत्व में बस्ताकोला क्षेत्र के सीके डब्लू साइडिग पहुंची। टीम के पहुंचने से बीसीसीएल के अधिकारियों में हड़कंप मच गया। रेंजर ने अधिकारियों से कहा कि फॉरेस्ट लैंड से जो कोयला निकलता है उसकी ट्रांजिट परमिट का अप टू डेट चालान कटाना जरूरी है। रेंजर ने सेल्स अधिकारी राकेश रंजन को 50 लाख रुपये जमा कराने की भी नसीहत दी। कहा कि फिलहाल 50 लाख रुपये ट्रांजिट परमिट के मद में विभाग को जमा करा दें। बाद में हिसाब-किताब होते रहेगा।

बताते हैं कि सीके डब्ल्यू साइडिग से मेजिया पावर प्लांट के लिए यहां कोयले का एक रैक भी लगा हुआ था। 59 बॉक्स के एक रैक में लगभग तीन हजार 717 टन कोयला भेजा जाता है। वजन पाथरडीह रेलवे कांटा घर में किया जाता है। 57 रुपये प्रति प्रति टन की दर से फॉरेस्ट विभाग को ट्रांजिट परमिट का टैक्स बीसीसीएल को देना पड़ता है। यह प्रक्रिया 2003 से लागू है। उन्होंने प्रतिदिन का चालान ट्रांजिट परमिट के साथ भरकर फॉरेस्ट विभाग में उपलब्ध कराने की बात कही। रेंजर ने कहा कि मामले की जांच चल रही है। जांच के बाद गड़बड़ी पाई गई तो कार्रवाई की जाएगी।

टीम में धर्मेंद्र प्रसाद, एसके प्रमाणिक, उमेश पांडेय, विक्की रजवार, बीसीसीएल के एरिया सेल्स अधिकारी राकेश रंजन, केओसीपी के पीओ एसबी बर्नवाल, अभियंता अजय कुमार, सुमित झा, आदि थे।

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ट्रांजिट परमिट का जहां तक भुगतान का सवाल है वह 57 रुपये प्रति टन की दर से अप टू डेट है। जांच में बकाया होगा तो उसे जमा किया जाएगा।

- राकेश रंजन, एरिया सेल्स अधिकारी।

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