बड़ी जमात के साथ नहीं पढ़ें ईद की नमाज : मौलाना मुफ्ती अब्दुल
संवाद सहयोगी गोविदपुर जमीयतुल उलमाए हिद के धनबाद जिला सदर मौलाना मुफ्ती अब्दुल हई साहब क
संवाद सहयोगी, गोविदपुर : जमीयतुल उलमाए हिद के धनबाद जिला सदर मौलाना मुफ्ती अब्दुल हई साहब कासमी ने कहा कि आज अपना मुल्क महामारी के कठिन दौर से गुजर रहा है। उन्होंने रमजान उल मुबारक के महीने में रोजा रखनेवाले, इबादत करने वाले तमाम मुसलमान भाइयों और बहनों को मुबारकबाद देते हुए अपील की है कि आजमाइश की इस घड़ी में सब्र और शुक्र के साथ काम को अंजाम देना चाहिए। आपसी हमदर्दी और दूसरों के दुख-दर्द में शामिल होकर मदद करनी चाहिए। गरीबों व यतीमों की मदद कर तमाम इंसान को यह बताना चाहिए कि पाकीजा तालीम यही है। उन्होंने कहा कि रमजान उल मुबारक के चंद दिन बाकी हैं। मुबारक महीने की मुबारक घड़ी में हमेशा अपने रब के सामने दामन फैलाकर दुआ करनी चाहिए कि अल्लाह कोरोना महामारी का जो कहर है उसको हमेशा के लिए खत्म कर दें। रमजान के बाद मुसलमान भाई का सबसे बड़ा त्योहार ईद है। महामारी के समय इस बात पर ध्यान देना चाहिए की नमाजे ईद बड़ी जमात के साथ अदा ना करें। छोटी-छोटी जमात बनाकर मस्जिदों और घरों में अदा करें। हाथ और गले मिलने से भी परहेज करें। नमाज के बाद मिठाई और सेवई खाने एक-दूसरे के घर ना जाएं। ईद के दिन खुशियां मनाते समय कहीं भीड़ न करें, बल्कि खासतौर पर अपने रब की तरफ तवज्जो कर कोरोना महामारी से निजात पाने के लिए दुआ करें।