Liquor Smuggling: दुमका पुलिस ने चंडीगढ़ से बिहार में शराब तस्करी का किया भंड़ाफोड़; दो ट्रक माल जब्त, यूपी के पांच धरे गए

Bihar Liquor Smuggling New वाहन में सवार चालकों ने बताया कि शराब पंजाब के चंडीगढ़ से लेकर आ रहे हैं और अरूणाचल प्रदेश के ईटानगर ले जाना है। परमिट की जांच के बाद स्पष्ट हो गया कि कागजात फर्जी है। शराब को धनबाद के रास्ते बिहार भेजने की तैयारी थी।

By MritunjayEdited By: Publish:Thu, 17 Jun 2021 05:48 PM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 07:56 AM (IST)
Liquor Smuggling: दुमका पुलिस ने चंडीगढ़ से बिहार में शराब तस्करी का किया भंड़ाफोड़; दो ट्रक माल जब्त, यूपी के पांच धरे गए
बरामद शराब और तस्करों के साथ दुमका पुलिस के अधिकारी ( फोटो जागरण)।

दुमका, जेएनएन। बिहार में शराबबंदी है। यह शराब माफिया और तस्करों के लिए काली कमाई करने के एक अवसर है। इसका फायदा उठाने के लिए सीमावर्ती राज्यों के साथ दूर के धंधेबाज सक्रिय हैं। इसके समय-समय पर खुलासा होते रहता है। इसका खुलासा एक बार फिर झारखंड के दुमका जिले की पुलिस ने एक कंटेनर और एक ट्रक शराब जब्त कर किया है। यह शराब अवैध रूप से बिहार में भेजी जा रही थी। इस तस्करी के पीछे यूपी के शराब माफिया का हाथ बताया जा रहा है। पुलिस ने उत्तर प्रदेश के संबल, मुरादाबाद और रामपुर के पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। बरामद शराब की कीमत 80 लाख रुपये आंकी गई गई है।

अरूणाचल प्रदेश के लिए चंडीगढ़ से चली थी शराब की गाड़ियां

पुलिस और उत्पाद विभाग की टीम ने 26 मई के बाद फिर से मसलिया में गुरूवार की अहले सुबह कंटेनर व ट्रक में भरकर बिहार ले जा रही शराब की दो हजार पेटी जब्त की है। जब्त शराब की कीमत 80 लाख रुपया बताई जा रही है। पुलिस ने दोनों वाहन में सवार उत्तरप्रदेश के रामपुर, मुरादाबाद व संबल के पांच युवकों को गिरफ्तार किया है। सारी शराब चंडीगढ़ से लाकर अरूणाचल प्रदेश जानी वाली थी लेकिन माफिया वहां न भेजकर दुमका के रास्ते बिहार ले जाने का प्रयास कर रहे थे।

दुमका एसपी को मिली थी गुप्ता सूचना

मसलिया थाना में डीएसपी विजय कुमार ने बताया कि अहले सुबह एसपी अंबर लकड़ा को सूचना मिली कि कुछ लोग दो बड़े वाहन से शराब लेकर दुमका के रास्ते धनबाद और वहां से बिहार ले जाने वाले हैं। सूचना के आधार पर टीम का गठन कर गोटीडीह चेकपोस्ट पर वाहनों को पकड़ा गया। वाहन में सवार चालकों ने बताया कि सारी शराब पंजाब के चंडीगढ़ से लेकर आ रहे हैं और अरूणाचल प्रदेश के ईटानगर ले जाना है। परमिट की जांच के बाद स्पष्ट हो गया कि सारी शराब फर्जी कागज तैयार कर अवैध रूप से ईटानगर की बजाय धनबाद के रास्ते बिहार ले जाने का प्रयास किया जा रहा था।

एक पेटी शराब की कीमत 4 हजार रुपये

शराब की एक पेटी की कीमत चार हजार रुपया है। इस हिसाब से जब्त शराब करीब 80 लाख की है। पूछताछ में कुछ शराब माफिया के नाम पता चला है। उनकी तलाश की जा रही है। बताया कि एक गिरोह काम कर रहा है जो शराब को दूसरी जगह ले जाने के नाम पर सीधे बिहार ले जाता है। इसके लिए दुमका का रास्ता चुना जाता है। बताया कि पुलिस ने सभी के पास से पांच मोबाइल व शराब से संबंधित फर्जी काजजात बरामद किए हैं। मौके पर पुलिस निरीक्षक नवल किशोर सिंह, थाना प्रभारी ईश्वर दयाल मुंडा व उत्पाद विभाग के पदाधिकारी मौजूद थे। इन आरोपितों की हुई गिरफ्तारी चालक तमसीन, थाना सिविल लाइन, मुहल्ला पहाड़ीगेट, जिला रामपुर, उत्तरप्रदेश सह चालक आजम, थाना सिविल लाइन, मुहल्ला पहाड़ीगेट, जिला रामपुर, उत्तरप्रदेश चालक गुलाम जिलानी, थाना मैनाढेर, गांव कुरी बरैठा, जिला मुरादाबाद, उत्तरप्रदेश सह चालक मोदम्मद वारिस, थाना मैनाढेर, गांव कुरी बरैठा, जिला मुरादाबाद, उत्तरप्रदेश सह चालक फिरोज आलम, थाना असमौली, गांव ढाकाशहीद, जिला संबल, उत्तरप्रदेश

दो वाहनों में भरी करीब दो हजार पेटी शराब बरामद की गई है। यह शराब बिहार में माफिया के जरिए खपाई जानी थी। कुछ माफिया का नाम पता चला है। उनकी गिरफ्तारी के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा। इस शराब तस्करी में यूपी से लेकर बिहार और झारखंड के शराब माफिया शामिल हैं।

-अबंर लकड़ा, एसपी दुमका

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