Black Fungus संक्रमित धनबाद की महिला की माैत, पुष्टि से बच रहा स्वास्थ्य विभाग

Black Fungus मृतका के संक्रमित होने के बाद ब्लैक फंगस के संपर्क में आ गई। इसके बाद उनके मुंह में अंदर तक काला धब्बा हो गया था। अस्पताल में इलाज कर रहे डॉक्टरों ने भी पाया कि महिला ब्लैक फंगस से संक्रमित है। अशर्फी अस्पताल के डॉक्टर ने पुष्टि की।

By MritunjayEdited By: Publish:Thu, 13 May 2021 04:54 PM (IST) Updated:Thu, 13 May 2021 04:54 PM (IST)
Black Fungus संक्रमित धनबाद की महिला की माैत, पुष्टि से बच रहा स्वास्थ्य विभाग
ब्लैक फंगस के लक्षण ( फाइल फोटो)।

धनबाद, जेएनएन। धनबाद में कोरोना वायरस की दूसरी लहर में हर दिन लोगों की जान जा रही है। अब ब्लैक फंगस ने भी अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। अशर्फी अस्पताल में भर्ती बलियापुर सूर्या हाइलैंड की 50 वर्षीय महिला की मौत गुरुवार सुबह हो गई। ब्लैक फंगस जैसे लक्षण की पुष्टि अशर्फी अस्पताल के डॉक्टरों ने की है। घटना की सूचना स्वास्थ्य महकमा को दी गई है।  हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की है। महिला कुछ दिन पहले कोरोना वायरस से संक्रमित हुई थी। इसके बाद उनका इलाज चल रहा था 29 अप्रैल को सिटी चेस्ट जांच में 70-80 फीसदी फेफड़ा में इंफेक्शन देखा गया था। बाद में उन्हें ब्लैक फंगस में जकड़ लिया। हालांकि वह कोरोना नेगेटिव हो गई थी। झारखंड में ब्लैक फंगस का यह तीसरा मामला है। इससे पहले रांची में 2 मामले मिल चुके हैं।

पूरे मुंह में हो गया था काला धब्बा

मृतका के संक्रमित होने के बाद ब्लैक फंगस के संपर्क में आ गई। इसके बाद उनके मुंह में अंदर तक काला धब्बा हो गया था। अस्पताल में इलाज कर रहे डॉक्टरों ने भी पाया कि महिला ब्लैक फंगस से संक्रमित है, डॉक्टर ने इसकी पुष्टि की। हालांकि धनबाद में इसकी व्यापक जांच और इलाज की कोई व्यवस्था नहीं है। इसलिए मरीज को रांची भेजने की तैयारी हो रही थी।

रांची जाने से पहले ही गिरा अक्सीजन लेबल, हो गई मौत

बुधवार की शाम महिला को अशर्फी अस्पताल से रांची के मेडिका में ले जाने की तैयारी की गई। पूर्व विधायक कुणाल सांडगी ने मेडिका में जगह सुरक्षित करवाई थी। समाजसेवी अंकित राजगढ़िया सहित उनके स्वजन ने महिला को रांची में रेफर कराने की बात कही। इस बीच जैसे ही अस्पताल से महिला को निकाला गया उनका ऑक्सीजन लेवल लगभग 40 तक पहुंच गया। आनन-फानन में उन्हें दोबारा अस्पताल में ले जाकर वेंटिलेटर पर रखा गया और आखिर कर उसकी जान आज सुबह चली गई।

क्या है ब्लैक फंगस

डॉक्टर सुशील कुमार बताते हैं कि कोरोनावायरस से संक्रमित होने वाले मरीजों को ब्लैक फंगस देखे जा रहे हैं। ऑक्सीजन के दौरान यह फंगस नाक और मुंह में चले जा रहे हैं। इससे आंख और नाक बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं। इसके साथ ही यह फंगस दवा के प्रभाव आदि कई कारणों से हो रहे हैं।

विभाग ने अभी तक नहीं की पुष्टि

जिला महामारी रोग नियंत्रण विभाग के पदाधिकारी डॉक्टर राजकुमार सिंह ने अभी तक मामले की पुष्टि नहीं की है। उन्होंने बताया कि दूसरे माध्यम से इसकी सूचना मिली है। मामले की जांच के लिए निर्देशित किया जा रहा है।

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