बाघमारा में भाजपा विधायक के साथ लड़ाई में उलझे प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष, FIR दर्ज; जानें आरोप

बाघमारा विधानसभा क्षेत्र में भाजपा विधायक ढुलू महतो और झारखंड प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जलेश्वर महतो के बीच वर्चस्व की लड़ाई तेज हो गई है। दोनों के बीच बयानबाजी से बात अब आगे बढ़ गई है। मुकदमेबाजी हो रही है। इसी कड़ी में जलेश्वर पर प्राथमिकी दर्ज हुई है।

By MritunjayEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 08:32 AM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 08:32 AM (IST)
बाघमारा में भाजपा विधायक के साथ लड़ाई में उलझे प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष, FIR दर्ज; जानें आरोप
जलेश्वर महतो और ढुलू महतो ( फाइल फोटो)।

जागरण संवाददाता, धनबाद। बाघमारा विधानसभा क्षेत्र धनबाद जिले में अशांति और आतंक का पर्याय बन गया है। यहां वर्चस्व की लड़ाई में बम-गोली चालन आम बात है। कोलियरी क्षेत्र में ऐसा कोई दिन नहीं गुजरता है कि कुछ घटना न हों। भाजपा विधायक ढुलू महतो अपनी पकड़ बनाए रखना चाहते हैं। हाल ही में बाघमारा के पूर्व विधायक जलेश्वर महतो झारखंड प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बने हैं। इसके बाद उनकी सक्रियता बढ़ गई है। वे बाघमारा क्षेत्र पर फिर से अपनी पकड़ मजबूत करना चाहते हैं। इससे टकराव और तनाव बढ़ रहा है। लपेटे में खुद जलेश्वर महतो आ गए हैं। उनके खिलाफ लोयाबाद थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।

जलेश्वर के खिलाफ संजय रविदास ने दर्ज कराई प्राथमिकी

रविवार को थाने में एक और प्राथमिकी दर्ज हुई। लोयाबाद अस्पताल रोड निवासी संजय रविदास की लिखित शिकायत पर कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष जलेश्वर महतो, राजकुमार महतो, असलम मंसूरी, हरेंद्र चौहान, अरुण चौहान, सरोज चौहान, मिंटू चौहान, मंटू चौहान, निर्मल चौहान, सुभाष चौहान, अंकित उर्फ डबली चौहान, सतेन्द्र चौहान, बादल चौहान, नंदन चौहान, सोनू चौहान, टिल्ली चौहान, सतेन्द्र चौहान, सिकंदर चौहान, छोटू चौहान, अजीत उर्फ छोटिया चौहान, जगन चौहान, रमेश गुप्ता,सूरज मंडल, शिबू मंडल, बिरु चौहान, सुमित उर्फ लाला चौहान, रंजीत चौहान, दिनेश चौहान, विक्की चौहान व डेढ़ दो सौ अन्य पर एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। आवेदक द्वारा घटना के तीन दिन बाद थाने में शिकायत दी गई है।

कनकनी में फायरिंग से जुड़ा मामला

मामले को 24 सितंबर को कनकनी में आउटसोर्सिंग कंपनी राम अवतार में कंपनी के कार्य स्थल पर बमबारी व गोलीबारी की घटना से जोड़कर देखा जा रहा है। शिकायत में कहा है कि वह विधायक ढुलू महतो का समर्थक है। प्राथमिकी में घटना की तारीख 24 सितंबर बताई गई है, जबकि थाने में शिकायत 26 सितंबर को की गई है। शिकायत में कहा है कि 24 सितंबर को दिन करीब दो बजे वह मुर्गा लाने सेंद्रा जा रहा था, तभी कनकनी कांटा घर जाने वाले मोड़ पर राजकुमार महतो, असलम मंसूरी ने उसे रोककर धमकाया। कहा कि हीरो बन गए हो, मेरी पार्टी छोड़कर ढुलू महतो की पार्टी में जुड़ गया है। तुम मेरे साथ कंपनी बंद करने चलो। मना करने पर जलेश्वर से बात करवाई। आरोप लगाते हुए कहा कि फोन पर ही जलेश्वर महतो ने गाली दी। जातिसूचक शब्द का प्रयोग किया गया। असलम ने मारपीट भी की। भागने का कोशिश की तो हरेंद्र चौहान, अरुण चौहान व अन्य नामजद आरोपितों ने उसके साथ मारपीट की। शनिवार को इस मामले में चार प्राथमिकी दर्ज हो चुकी है।

साजिश के तहत उस पर और उसके समर्थकों पर झुठा केस कराया गया है। ये ढुलू महतो की पुरानी आदत है। किसी पर छेड़खानी, किसी पर हरिजन एक्ट के तहत झूठा मुकदमा दर्ज कराने की उनकी आदत है। उनके पास पर्याप्त साक्ष्य है कि उस समय वे और उनके लोग कहां थे। प्रशासन निष्पक्ष रूप से जांच करे।

-जलेश्वर महतो, कार्यकारी अध्यक्ष, प्रदेश कांग्रेस

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