गैंग्स ऑफ वासेपुर का खौफ, रांगाटांड़ पार्किंग रद करने की फरियाद

धनबाद इस बार नगर निगम को सैरात और पार्किंग स्थल से आमदनी होने की गुंजाइश कम ही दिख रह

By JagranEdited By: Publish:Wed, 25 Nov 2020 07:51 AM (IST) Updated:Wed, 25 Nov 2020 07:51 AM (IST)
गैंग्स ऑफ वासेपुर का खौफ, रांगाटांड़ पार्किंग रद करने की फरियाद
गैंग्स ऑफ वासेपुर का खौफ, रांगाटांड़ पार्किंग रद करने की फरियाद

धनबाद : इस बार नगर निगम को सैरात और पार्किंग स्थल से आमदनी होने की गुंजाइश कम ही दिख रही है। कोविड-19 संक्रमण की वजह से लगभग सात महीने से 13 पार्किंग स्थल की बंदोबस्ती नहीं हो सकी है। हाल ही में दो पार्किंग की बंदोबस्ती हुई भी तो उसमें से एक ने रंगदारी की वजह से नगर निगम को पत्र लिखकर बंदोबस्ती रद करने की मांग कर दी है। यह रांगाटांड़ बस स्टैंड की पार्किंग है। यहां पहली बार पार्किंग की बंदोबस्ती की गई। इसे अशोक कुमार सिंह ने सात लाख 31 हजार 500 रुपये में प्राप्त किया। 10 नवंबर से 31 मार्च 2021 तक इसकी बंदोबस्ती की गई थी। गैंग्स ऑफ वासेपुर के रंगदार ठेकेदार को पार्किंग से वसूली नहीं करने दे रहे हैं। यही कारण है कि ठेकेदार ने नगर आयुक्त को लिखित रूप में दिया है कि वसूली करने में बहुत दिक्कत हो रही है। अतिक्रमण से पूरा पार्किंग भरा है, गाड़ियां खड़ी नहीं हो पा रही हैं। प्रतिदिन वसूली 500 रुपये से अधिक नहीं हो पा रही है। अवैध वसूली करने वाले कर्मचारियों को मारकर भगा दे रहे हैं। बंदोबस्ती रद कर पैसा वापस किया जाए। अगर समय बढ़ा सकते हैं तो बंदोबस्ती की दर भी कम की जाए। इतना ही नहीं पुराना बाजार स्टेशन चालू होने के कारण 50 प्रतिशत ऑटो वहीं से चले जा रहे हैं। लॉकडाउन की वजह से ट्रेनें भी रद हैं, इस लिहाज से भी बंदोबस्ती दर अधिक है। ठेकेदार के पत्र के आलोक में नगर आयुक्त ने कार्यपालक पदाधिकारी मो.अनीस और कनीय अभियंता राजेश कुमार को स्थलीय जांच कर वस्तुस्थिति से अवगत कराने का निर्देश दिया है।

वहीं दूसरी ओर निगम के सूत्र बताते हैं कि अशोक कुमार सिंह ने बंदोबस्ती के एवज में तीन लाख का चेक नगर निगम को दिया था। यह बाउंस हो गया है। बंदोबस्ती एकरारनामा के शर्तों के अनुसार अगर चेक बाउंस होता है तो बंदोबस्ती रद करने का प्रावधान है। ऐसा होता है तो निगम को सीधे सवा सात लाख का घाटा होगा। दो पहिया वाहनों के लिए पांच रुपये प्रति दो घंटा और चार पहिया वाहनों के लिए 20 रुपये प्रति दो घंटा के लिए पार्किंग की दर निर्धारित की गई है। यह भी वसूलना भारी पड़ रहा है। इस तरह अब निगम के पास सिटी सेंटर, बिग बाजार, कोर्ट मोड़ और झरिया टेक्सटाइल मार्केट के सामने की ही पार्किंग बची है, जहां से वसूली हो रही है। पड़ाव स्थल और स्ट्रीट वेंडर से वसूली का अधिकार नगर निगम ने अपने पास रखा है। पड़ाव स्थल पर अवैध ठेला, खोमचा, गुमटी लगाने वालों के लिए दो हजार रुपये अर्थदंड का प्रावधान किया गया है। धनबाद, कतरास और छाताटांड़ अंचल को मिलाकर कुल 15 सैरातों की बंदोबस्ती होनी थी, लेकिन अधिकतर ठेकेदारों ने इसमें दिलचस्पी नहीं दिखाई। 13 पार्किंग अभी भी खाली है।

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