इधर जयप्रकाश के शव का खत्म भी नहीं हुआ इंतजार, उधर समीर की सऊदी में हो गई माैत; याद आ रही हैं सुषमा स्वराज Dhanbad News
जयप्रकाश के भाई ओम प्रकाश कहते हैं-काश! पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज जिंदा होतीं तो शव कब का आया गया होता।
धनबाद, जेएनएन। सऊदी अरब में पड़े जयप्रकाश महतो के शव का सिंदरी के मनोहरटांड में 28 दिसंबर, 2019 इंतजार हो रहा है। उसकी माैत के 21 दिन बाद भी उसका शव भारत नहीं आ सका है। जयप्रकाश के शव के इंतजार में परिजन दिन-रात आंसू बहा रहे हैं। उसके शव का इंतजार खत्म भी नहीं हुआ था कि सऊदी में एक और झारखंड के नागरिक की माैत की खबर आई है। पूर्वी सिंहभूम जिले के घाटशिला के फुलपात निवासी 24 वर्षीय शेख समीर की 16 जनवरी, 2020 को सऊदी अरब में माैत हो गई। जयप्रकाश के परिजनों की तरह अब समीर के परिजनों को भी शव का इंतजार है।
जयप्रकाश और समीर के शव के इंतजार के बीच अब पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज याद आ रही हैं। ऐसे मामलों में स्वराज काफी संवेदनशीलता दिखाती थीं। उनकी पहल से विदेश में पड़े भारतीयों के शव त्वरित गति से लाया जाता था। क्या वर्तमान विदेश मंत्री एस जयशंकर पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की तरह संवेदनशीलता दिखाएंंगे ? जयप्रकाश के भाई ओम प्रकाश कहते हैं-काश! पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज जिंदा होतीं तो शव कब का आया गया होता।
क्या है मामला
धनबाद जिले के सिंदरी के मनोहरटांड़ के 33 वर्षीय जयप्रकाश महतो जीवन यापन के लिए 24 जून 2019 को अलकासिम (सउदी अरब) की सऊदी सर्विसेज फॉर इलेक्ट्रोमेकेनिक्स वक्र्स कंपनी लिमिटेड में बतौर पाइप फीटर नौकरी के लिए गए थे। वहां उनका मौसेरा भाई दिलीप कुमार भी नौकरी करता है। उसने जानकारी दी कि कारखाने में एक दुर्घटना में जयप्रकाश की मौत हो गई। भारतीय दूतावास ने मौत की पुष्टि की। यह 28 दिसंबर 2019 को हुआ। जयप्रकाश का शव वापस अपने देश आ जाए, इस चाहत में परिवार भटक रहा है। ढ़ी मां मालती देवी का भी हाल बेहाल है। जवान बेटे की मौत उसका कलेजा छलनी कर गई। मौसेरे भाई दिलीप का कहना है कि रियाद में दूतावास से कई बार संपर्क किया। जवाब मिला बातचीत कर रहे हैं। छोटा भाई ओम प्रकाश महतो और पिता डोमन महतो उपायुक्त एवं जनप्रतिनिधियों से गुहार लगा चुके हैं।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी कर चुके हैं ट्वीट
जयप्रकाश का शव भारत लाने के लिए खबरों के माध्यम से दैनिक जागरण अभियान चला रखा है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने स्वत: संज्ञान लेते हुए 14 जनवरी को दैनिक जागरण में प्रकाशित खबर पर ट्वीट कर सऊदी से शव वापस लाने के लिए विदेश मंत्दरालय से अपील की थी। सिंदरी के विधायक इंद्रजीत महतो ने भी मुख्यमंत्री से पहले करने की मांग की। धनबाद के उपायुक्त अमित कुमार ने भी शव को लाने के लिए विदेश मंत्रालय से संपर्क साध रखा है। बावजूद, अब तक नतीजा सिफर है।
अब जयप्रकाश की तरह समीर के घर में भी शव का इंतजार
झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले के घाटशिला के फुलपात के 24 वर्षीय शेख समीर की माैत 16 जनवरी को सऊदी अरब के अलजुबेल शहर में हो गई। समीर सऊदी में कायपोर कंपनी में पेंटर का काम करता था। काम के दौरान कंपनी में फॉर क्लीप वाहन की चपेट में आने से उसकी मौत हो गई है। शेख शम्मीर फुलपाल के रहने वाले शीश मोहम्मद का एकलौता पुत्र था। वह पिछले साल 13 नवंबर को मुंबई से फ्लाइट में सऊदी गया था। मृतक के परिजनों ने सांसद विधुत वरण महतो से आग्रह किया है शव लाने के लिए सांसद विदेश मंत्रालय के अधिकारियों व सऊदी में भारतीय दूतावास के अधिकारियों के माध्यम से पहल करे। ताकि शव को भारत जल्द लाया जा सके। ।