चेक का क्लोन बनाकर बैंक आफ बड़ौदा की चिरकुंडा शाखा से 36.70 लाख की निकासी

संवाद सहयोगी चिरकुंडा चिरकुंडा के सरसापहाड़ी स्थित बैंक आफ बड़ौदा शाखा से चेक का क्लोन बनाकर लाखों की ठगी कर ली गई है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 25 Sep 2021 08:11 PM (IST) Updated:Sat, 25 Sep 2021 08:11 PM (IST)
चेक का क्लोन बनाकर बैंक आफ बड़ौदा की चिरकुंडा शाखा से 36.70 लाख की निकासी
चेक का क्लोन बनाकर बैंक आफ बड़ौदा की चिरकुंडा शाखा से 36.70 लाख की निकासी

संवाद सहयोगी, चिरकुंडा : चिरकुंडा के सरसापहाड़ी स्थित बैंक आफ बड़ौदा शाखा से एक गैराज संचालक ने राजस्थान के जिलाधिकारी द्वारा जारी बैंक चेक की क्लोनिग तैयार कर गलत तरीके से 36. 70 लाख रुपए की निकासी कर ली। गैराज संचालक मनी प्रसाद का कुमारधुबी मोड़ पर कुमारधुबी आटो सेंटर के नाम से गाड़ी सर्विस सेंटर है। चिरकुंडा शाखा के ब्रांच मैनेजर मनोज कुमार को बैंक आफ बड़ौदा के नागौरी गार्डेन भिलवाड़ा ब्रांच से मेल आने के बाद फर्जी निकासी का पता चला। ब्रांच मैनेजर की शिकायत पर चिरकुंडा शाखा में मनी प्रसाद के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।

मामले का पर्दाफाश होने के बाद से गैराज संचालक मनी प्रसाद और संदेह के घेरे में उसका राकेश प्रसाद फरार हैं। चिरकुंडा पुलिस दोनों की खोज के लिए जगह-जगह छापेमारी कर रही है। जानकारी के अनुसार राजस्थान स्थित भिलवाड़ा के जिलाधिकारी द्वारा मनी प्रसाद नामक कांट्रेक्टर के नाम पर चेक तैयार की गई थी। 36 लाख 70 हजार रुपए का चेक था। साइबर क्राइम के माध्यम से उस चेक का क्लोन तैयार किया गया। इसके बाद बैंक आफ बड़ौदा की चिरकुंडा शाखा के उपभोक्ता मनी प्रसाद के एकाउंट नंबर पर चेक डाला गया। फिर मनी प्रसाद ने अपने एकाउंट नंबर से इस राशि को अलग-अलग बैक के एकाउंट में ट्रांसफर किया। ब्रांच मैनेजर के पूछने पर उसने सेटलमेंट का पैसा बताया। इस बीच चिरकुंडा ब्रांच से राजस्थान के कांट्रेक्टर के नाम से जारी 36.70 लाख का चेक फर्जी तरीके से निकासी की जानकारी होने पर भिलवाड़ा ब्रांच से यहां ई-मेल आया। चेक का क्लोन बनाकर फर्जी निकासी का पता चलने पर चिरकुंडा ब्रांच में हड़कंप मच गया। फर्जीवाड़ा का खुलासा होने पर चिरकुंडा ब्रांच मैनेजर मनोज कुमार ने चिरकुंडा थाना में मनी प्रसाद के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवाई। चेक का क्लोन और मनी प्रसाद के एकाउंट से लेन-देन का स्टेटमेंट पुलिस को सुपुर्द किया है। चेक में राजस्थान के मनी प्रसाद के एकाउंट की जगह गैराज संचालक मनी प्रसाद के चिरकुंडा ब्रांच के एकाउंट नंबर का प्रयोग है। इस संबंध में ब्रांच मैनेजर ने बैंक आफ बड़ौदा के वरीय अधिकारियों को भी घटना से अवगत कराया है। फर्जीवाड़ा का खुलासा होने पर शुक्रवार की रात चिरकुंडा पुलिस ने मनी प्रसाद के आवास व कुमारधुबी स्थित आटो सेंटर और आरके एंड एसोसिएट्स में छापा मारा। पुलिस के पहुंचने से पहले मनी प्रसाद व उसका पुत्र राकेश प्रसाद फरार हो चुके थे। पुलिस दोनों की खोज में लगातार छापेमारी अभियान चला रही है।

विभिन्न बैंकों के एकाउंट में ट्रांसफर की गई राशि

36 लाख 70 हजार रुपए को गैराज संचालक मनी प्रसाद एकाउंट से विभिन्न बैंकों के खातों में ट्रांसफर किया गया है। आइसीआइसीआइ बैंक, फेडरल बैंक सहित अन्य बैक के खातों में रकम भेजी गई है। पहली बार 25 लाख और फिर एक-दो लाख करके ट्रांसफर किया गया। पुलिस ने जिन जिन बैंकों के एकाउंट में राशि ट्रांसफर की गई है उसकी जांच प्रारंभ कर दी है।

संदेह के घेरे में गैराज संचालक का बेटा

गैराज संचालक मनी प्रसाद का बेटा राकेश प्रसाद इस फर्जीवाड़ा मामले में संदेह के घेरे में है।अपने आप को सीए बताता है। कुमारधुबी आटो सेंटर से सटा उसका आरके एंड एसोसिएटस के नाम से एजेंसी है। गाड़ी की सर्विसिग करने वाले मनी प्रसाद के लिए चेक का क्लोन तैयार कर फर्जीवाड़ा करना आसान नहीं है। साइबर क्राइम एक्सपर्ट की इसमें संलिप्तता हो सकती है। गैराज संचालक के बेटे ने तीन साल पहले ही अपनी एजेंसी खोली थी। वह पहले मैथन के एक सीए के अंदर काम करता था। काम में गड़बड़ी के कारण उसे हटा दिया गया। पुलिस ने गैराज संचालक के बेटे पर संदेह के आधार पर जांच कर रही है।

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वर्जन :

फर्जीवाड़ा से बड़ी राशि की निकासी का मामला आया है। इतना बड़ा लेनदेन बिना जांच किए बैंक अधिकारी एक साधारण व्यक्ति को कैसे होने दे रहे थे। पुलिस सभी बिदु पर जांच कर रही है। जल्द ही मामले का पर्दाफाश कर लिया जाएगा।

दिलीप कुमार यादव, थाना प्रभारी, चिरकुंडा

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