Dhanbad Crime News: चूहे-बिल्ली के बाद अब आया नए गैंग का नाम, दशहत में बिल्डर-व्यवसायी
कार्मिक नगर में रहने वाले बिल्डर भुनेश्वर दास भारती से फोन कर अपराधियों ने 10 लाख की रंगदारी की मांग की है। भारती कंस्ट्रक्शन के प्रोपराइटर भुवनेश्वर ने सरायढेला थाना में लिखित शिकायत देकर कहा है कि 19 और 21 जनवरी को उनके पास कई बार कॉल आए।
धनबाद, जेएनएन। ठंड के इस माैसम में धनबाद के व्यवयासी परेशान हैं। परेशानी का कारण रंगदारी के लिए आने वाले फोन हैं। धनबाद पुलिस ने शक के आधार पर रांची जेल में बंद शूटर अमन सिंह गैंग के कुछ सदस्यों को गिरफ्तार भी किया है लेकिन धमकी भरे फोन का आना जारी है। मोबाइल नंबरों की जांच जब पुलिस करती है तो कुछ खास सफलता हाथ नहीं मिलती है। अपराधी विभिन्न प्रकार के मोबाइल एप का प्रयोग कर फोन कर रहे हैं। इस कारण स्थानीय नंबर भी इंटरनेशनल कॉल शो करता है। ताजा मामला कार्मिक नगर में रहने वाले बिल्डर भुनेश्वर दास से रंगदारी मांगने का है। फोन कर अपराधियों ने 10 लाख रुपये की मांग की है। दास ने सरायढेला थाना में शिकायत दर्ज कराई है।
10 लाख नहीं देने पर परिणाम भुगतने की चेतावनी
कार्मिक नगर में रहने वाले बिल्डर भुनेश्वर दास भारती से फोन कर अपराधियों ने 10 लाख की रंगदारी की मांग की है। भारती कंस्ट्रक्शन के प्रोपराइटर भुवनेश्वर ने सरायढेला थाना में लिखित शिकायत देकर कहा है कि 19 और 21 जनवरी को उनके पास कई बार कॉल आए। कॉलर ने अपना नाम प्रभु बताया। कॉलर ने कहा कि बहुत पैसा कमा रहे हो। दल लाख रंगदारी देनी होगी। रंगदारी नहीं देने पर गंभीर परिणाम भुगतना पड़ेगा। 2 दिनों में उन्हें कई बार फोन किया गया। बार-बार कॉल आने से परेशान होकर उन्होंने अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर दिया। कॉलर की धमकी से काफी भयभीत हैं। शिकायत पर सरायढेला थाना की पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। जिस मोबाइल नंबर से फोन किया गया था उसका पता लगाने का प्रयास पुलिस कर रही है। टेक्निकल सेल की मदद से मोबाइल नंबर की सीडीआर खंगाली जा रही है।
फोन करने वाला ने अपना नाम प्रभु बताया
धनबाद में हाल के दिनों में कई अजीबों-गरीब नाम सामने आए हैं। इनमें चूहे-बिल्ली गैंग भी शामिल हैं। यहां के व्यवसायियों को पहले भी रंगदारी के लिए फोन आते रहे हैं। लेकिन पहली बार चूहे-बिल्ली गैंग के नाम पर बैंक मोड़ के कई व्यवसायियों को फोन किए गए। अब प्रभु के नाम पर फोन आया है। धनबाद पुलिस यह जांच रही है कि इस गैंग के पीछे काैन-काैन हैं? इस तरह के गैंग हैं भी या नहीं। क्या पुलिस को चकमा देने के लिए तरह-तरह के गैंग के नाम से फोन किए जा रहे हैं।