Lockdown: खत्म होगा वीकेंड लॉकडाउन; बिहार की तर्ज पर झारखंड में भी खुलेंगे स्कूल ? जानिए कैसा होगा अनलॉक-6
अनलॉक-5 को ही लंबे टाइम से जारी रखी है। अब ऐसी उम्मीद की जारी है कि सरकार सावन के इस महिने में 31 जुलाई के बाद छूट का दायरा बढ़ा सकती है। कोरोना के मामले में लगातार कमी को देखते हुए ऐसे कयास लगाए जा रहे है।
जागरण संवाददाता, धनबाद : Lockdown, Lockdown News, School Reopen, July 28 झारखंड में काफी समय से कोरोना गाइड लाइन में कोई बदलाव नहीं किया गया है। अनलॉक-5 को ही लंबे टाइम से जारी रखी है। अब ऐसी उम्मीद की जारी है कि सरकार सावन के इस महिने में 31 जुलाई के बाद छूट का दायरा बढ़ा सकती है। कोरोना के मामले में लगातार कमी को देखते हुए ऐसे कयास लगाए जा रहे है। अनलॉक 6 में कोरोना गाइडलाइन में अतिरिक्त छूट की संभावना बन रही है। अब इस पर अंतिम फैसला सरकार को ही लेना है।
अनलॉक 6 में स्कूल व कोचिंग खुलने के बढ़े आसार
स्कूल व कोचिंग बंद होने से संचालकों को आर्थिक नुकसान तो हो ही रहा है। इससे भी बड़ा नुकसान बच्चों को हो रहा है। उनके भविष्य पर अंधकार के बादल छाए हुए है। पड़ोसी राज्य ने इसे ही देखते हुए स्कूलों को खोलने का निर्णय सुनाया था। बिहार में 12 जुलाई से ही विद्यालय खुल गए है। स्कूल मालिकों के साथ-साथ पैरेंट्स की भी यही डिमांड है कि अब इसमें देर न हो। बिहार की तर्ज पर, सरकार झारखंड में भी स्कूल खोलने की अनुमति दें।
प्रत्येक सप्ताह पार्क को 25 हजार का हो रहा नुकसान
रविवार को संपूर्ण लाकडाउन का असर धनबाद के बड़े और चर्चित बिरसा मुंडा पार्क पर भी काफी पड़ा है। पार्क की सबसे अधिक आमदनी वीकेंड यानी रविवार को ही होती है। झारखंड में वीकेंड पर ही संपूर्ण लाकडाउन है।
ऐसे में कमाई का एक बड़ा हिस्सा Weekend Lockdown की भेंट चढ़ जा रहा है। यदि संपूर्ण लाकडाउन नहीं होता तो पार्क को प्रत्येक रविवार 20 से 25 हजार की आय होती। इस लिहाज से हर हफ्ते बिरसा मुंडा पार्क को 25 हजार रुपये का नुकसान उठाना पड़ रहा है। पार्क मैनेजर निवास कुंभकार का कहना है कि पार्क में कोविड प्रोटोकाल का पूरा पालन करते हैं। अब रविवार को भी पार्क खोल देना चाहिए। काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
31 जुलाई के बाद सरकार में कर सकती ये बड़ा बदलाव
31 जुलाई के बाद सरकार से उम्मीद है कि संपूर्ण लाकडाउन खत्म हो जाएगा। साथ ही बच्चों के भविष्य को देखते हुए स्कूल व कोचिंंग खोलने की अनुमति भी सरकार की ओर से मिलने की पूरी संभावना जताई जा रही है। वहीं वीकेंड लॉकडाउन की वजह से पार्कों की आमदनी में गिरावट आई है। आमदनी कम होने की वजह से पार्क कर्मचारियों को समय पर वेतन भी नहीं मिल पा रहा है। शिक्षिका अरविंदर कौर का भी मानना है कि स्कूल तो खुलने ही चाहिए साथ ही पार्क भी खोल देना चाहिए। कामकाजी लोगाें की छुट्टी संडे को होती है, ऐसे में इस दिन घर से निकलना हो ही नहीं पाता। आनलाक-6 में सभी सरकार से यही चाहते हैं संडे का संपूर्ण लाकडाउन खत्म हो जाए।
रेस्टोरेंट और माॅॅल की बिक्री पर भी पड़ रहा असर
संपूर्ण लाकडाउन की वजह से रेस्टोरेंट और माल की बिक्री पर भी असर पड़ रहा है। अमूमन लोग रविवार को अपने परिवार के साथ रेस्टोरेंट में भोजन के लिए निकलते हैं। संपूर्ण लाकडाउन की वजह से अब निकलना हो नहीं पा रहा है। रेस्टोरेंट-होटल संचालकों के साथ ही लोगों का भी यह मानना है कि थोड़ी रियायत के साथ अब संपूर्ण लाकडाउन खत्म कर देना चाहिए। कोविड प्रोटोकाल का पालन तो लोग कर रही रहे हैं। शापिंग माल जाना बच्चों और युवाओं को काफी पसंद है। हर जगह बंद होने की वजह से यहां भी नहीं जा पा रहे हैं। दिव्या सहाय का कहना है कि कम से कम शाम सात बजे तक ही रविवार को छूट मिल जाए तो काफी बेहतर होगा। युवा तो वैसे ही कोविड के नियमों का पालन कर रहा है।