जांच टीम में शामिल होकर Sindri Marshalling Yard पहुंचीं पूर्णिमा, लगाया प्रदूषण नियंत्रण मानकों के उल्लंघन का आरोप

कांग्रेस विधायक पूर्णिमा ने कहा कि रेलवे साइडिंग पर जहां कोयला इकट्ठा किया जाता है और लोडिंग किया जाता है प्रदूषण नियंत्रण मानकों के अनुसार वह पूरा स्थान पक्का होना चाहिए। मार्सलिंग यार्ड रेलवे साइडिंग पक्का नहीं है।

By MritunjayEdited By: Publish:Sat, 27 Mar 2021 04:38 PM (IST) Updated:Sat, 27 Mar 2021 04:38 PM (IST)
जांच टीम में शामिल होकर Sindri Marshalling Yard पहुंचीं पूर्णिमा, लगाया प्रदूषण नियंत्रण मानकों के उल्लंघन का आरोप
सिंदरी मार्शलिंग यार्ड की जांच करने पहुंची टीम के साथ पूर्णिमा नीरज सिंह ( फोटो जागरण)।

सिंदरी, जेएनएन। मार्सलिंग यार्ड रेलवे साइडिंग पर प्रदूषण नियंत्रण मानकों की जांच के लिए झारखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की जांच टीम शनिवार को सिंदरी पहुंची। जांट टीम में पर्यावरण अभियंता रांची डीपी सिंह, पर्यावरण क्षेत्रीय अधिकारी आरएन चौधरी के अलावा झरिया की विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह शामिल हैं। झारखंड के मुख्य सचिव के निर्देश पर यह टीम बनाई गई है। रेलवे साइडिंग का निरीक्षण करने के बाद विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह ने बताया कि मार्सलिंग यार्ड रेलवे साइडिंग में प्रदूषण नियंत्रण मानकों का पूरी तरह उल्लंघन हो रहा है। झारखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से अनापत्ति प्रमाण पत्र तक नहीं लिया गया है। रेलवे साइडिंग को ग्रीन केटेगरी के अन्तर्गत डेवलप करने के लिए पौधरोपण का प्रावधान है। इसका पालन नहीं किया जा रहा है। 

कांग्रेस विधायक पूर्णिमा ने कहा कि रेलवे साइडिंग पर जहां कोयला इकट्ठा किया जाता है और लोडिंग किया जाता है, प्रदूषण नियंत्रण मानकों के अनुसार वह पूरा स्थान पक्का होना चाहिए। मार्सलिंग यार्ड रेलवे साइडिंग पक्का नहीं है। उन्होंने कहा कि रेलवे साइडिंग पर कोयले के डस्ट को उड़ने से रोकने के लिए पानी का छिड़काव किया जाना चाहिए। ऐसा नहीं किया जा रहा है। झारखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के पर्यावरण अभियंता डीपी सिंह ने विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह के आरोपों की संपुष्टि किया और बताया कि रेलवे साइडिंग के लिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के समक्ष अनापत्ति प्रमाण पत्र के लिए आवेदन पत्र दिया गया है। अभी तक अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी नहीं किया गया है। ऐसे स्थिति में मार्सलिंग यार्ड रेलवे साइडिंग से कोयले का परिवहन गलत है

विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह ने बताया कि ग्रामीणों की शिकायत पर उन्होंने 15 जनवरी 2021 को झारखंड के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर मार्सलिंग यार्ड रेलवे साइडिंग पर प्रदूषण मानकों के उल्लंघन संबंधी पत्र लिखा था। विधानसभा में भी इस मामले को उठाई थी। झारखंड के मुख्य सचिव ने 2 मार्च को उनके द्वारा उठाए गए मुद्दे पर जांच समिति गठन किए जाने की सूचना दी। जांच टीम ने बताया कि मार्सलिंग यार्ड रेलवे साइडिंग पर प्रदूषण नियंत्रण मानकों के उल्लंघन के मामले में कार्य को निलंबित करने की अनुसंशा करेंगे और संबंधित एजेंसी के बिरुद्ध कानूनी कार्रवाई की अनुसंशा भी करेंगे। 

रेलवे परिवहन संवेदक मिथिलेश कुमार सिंह ने कहा कि मार्सलिंग यार्ड रेलवे साइडिंग दस माह तक लगातार बंद रहने के बाद जनवरी में दुबारा चालू हुआ है। एनओसी के लिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के समक्ष आवेदन पत्र दिया गया है। रेलवे साइडिंग के लंबे समय तक बंद रहने के कारण ग्रीन केटेगरी के लिए पाैधरोपण नहीं हुआ है। रेलवे साइडिंग को पक्का करने के लिए रेलवे ने टेंडर निकाला है।

chat bot
आपका साथी